Weather update in Haryana: Drizzle with strong winds in Jind, paddy crop scattered due to strong winds, farmers worried
Haryana News Today : धान की फसल में रोपाई के समय बारिश नहीं होने और पकाई के समय बारिश व तेज हवा चलने से किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। रविवार अल सुबह जिलेभर में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। जिससे धान की फसल बिछ गई। जिससे किसान प्रति एकड़ दो से तीन क्विंटल तक उत्पादन घटने की आशंका जता रहे हैं।
शुक्रवार देर रात्रि जींद व जुलाना के ग्रामीण क्षेत्र में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई थी। जिसके कारण भी धान की फसल में नुकसान हुआ था। बासमती धान की फसल में बाली आ चुकी है। फसल गिरने से बालियों में पकाव अच्छे से नहीं रहने की वजह से धान के दाना हल्का हरेगा। वहीं कटाई में भी दिक्कत आएगी। बिछी हुई धान की फसल को काटने के लिए लेबर भी सामान्य से ज्यादा मेहनताना लेती है। अगर कंबाइन से कटवाते हैं, तो जमीन पर दाना छड़ने से भी नुकसान होगा। जिले में 1.50 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में धान की फसल है। जिसमें करीब 1.20 लाख हेक्टेयर में बासमती धान है। वहीं 30 लाख हेक्टेयर में पीआर धान है। पीआर धान की कटाई का काम चल रहा है। बार-बार मौसम के व्यवधान के कारण कटाई पर भी असर पड़ रहा है।
मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि मानसून सीजन में जिले में सामान्य से कम वर्षा हुई है। जुलाई में वर्षा नहीं होने से किसान समय पर धान की फसल की रोपाई नहीं कर पाए थे। अगस्त में समय बीतने के बावजूद किसानों ने धान की रोपाई की। फिलहाल धान की फसल में वर्षा की जरूरत नहीं है। ये समय पकाव का है। बालियां आने की वजह से धान के पौधों में वजन बढ़ गया है, तेज हवा चलने से फसल बिछने का डर रहता है।
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