Rohtak News: Mother and son attacked with knife in Girawad village
Rohtak News : रोहतक जिले के गांव गिरावड़ में गुरुवार को मां-बेटे पर आपसी झगड़े में परिवार के लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। दोनों मां-बेटे को उपचार के लिए पीजीआइ में भर्ती करवाया गया। जहां डाक्टरों ने उनकी हालात गंभीर बताई है। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना लाखन माजरा पुलिस मौके पर पहुंची।
एफएसएल प्रभारी डा. सरोज दहिया मलिक की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस की टीमें मामले की जांच में लगी हुई है। पुलिस के अनुसार गांव गिरावड़ निवासी 40 वर्षीय संत कुमार और उसकी मां सरला पर घर के पास ही कुछ लोगों ने हमला कर दिया। आस-पास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से दोनों मां-बेटों का बचाव किया।इसके बाद उन्हें खून से लथपथ हालात में अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उनकी हालत गंभीर मानते हुए तुरंत उन्हें पीजीआइ में भेजा गया।
लाखन माजरा थाना पुलिस को दी शिकायत में सन्तकुमार ने बताया कि वो गाँव गिरावड का रहने वाला हुँ और खेती बाडी का काम करता हुँ आज सुबह मै अपने घर पर था मैने मेरे भाई फुलकुमार जो रोहतक रहता है भाई फुलकुमार को दुध व लस्सी पहुंचाने के लिए आनन्द पुत्र कर्णसिंह जो रोडवेज की बस गिरावड से रोहतक चलाता है दूध व लस्सी को रोहतक पहुंचाने के लिए फोन किया था। जो फोन को किसी ने उठाकर काट दिया किसी से कोई बात नही हुई थोडी देर बाद आनन्द का भाई विनोद पुत्र कर्ण सिंह मेरे घर के सामने आया व मुझे मेरे नाम से गाली देकर बोला बहार निकल तुझे अभी सबक सिखाता हुँ।
बोला तुमने मेरे भाई आनन्द के फोन पर फोन क्यों किया यह कह कर विनोद ने अपने पजामा की आट से एक तेजधार चाकू निकाला और मेरे ऊपर सीधा वार कर दिया मैने चाकू को हाथ से पकडा जो चाकू मेरे हाथ पर लगा उसके बाद विनोद ने मुझे जान से मारने कि नियत से दो तीन वार ओर किये जो मुझे बाएं हाथ के नीचे छाती पर व बाए हाथ पर खतरनाक चोट लगी मैने बचाव बचाव की पुकार की जो आवाज सुनकर मेरी माँ मुझे छुडाने के लिए आई तो मेरी माँ के ऊपर भी विनोद ने उसी चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
हमले से मेरी माँ के पेट में बाएं हिस्से पर चाकू से गम्भीर चोट लगी चोट से मेरी माँ मौके पर गिर गई तब वहाँ पर रहागिरों ने हमें विनोद से छुडवाया विनोद जाते-जाते मुझे जाने से मारने कि धमकी देते हुए बोला आज तो इन लोगों ने तुमें बचा लिया फिर दोबारा तेरा इलाज करुगा और यह कह कर वहाँ से भाग गया फिर मेरे परिवार के सदस्यों ने मुझे व मेरी माँ सरला को इलाज के लिए पी.जी.आई रोहतक ले आए