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His rights as well as his duties :  व्यक्ति को अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के लिए भी रहना चाहिए जागरूक  

By sunilkohar

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person should be aware of his rights as well as his duties: Chief Whip Ram Kumar Kashyap

Haryana News Today : व्यक्ति को अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के लिए भी जागरूक रहना चाहिए। भारत का संविधान एक तरफ जहां हमें अपने मौलिक अधिकारों के संरक्षण का अधिकार देता है, वहीं दूसरी ओर हमें अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों के पालन की प्रेरणा भी देता है। हरियाणा विधानसभा के चीफ व्हिप राम कुमार कश्यप मंगलवार को जिला प्रशासन हिसार व गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में हिसार की विधायिका सावित्री जिंदल, नलवा के विधायक रणधीर पनिहार व बीजेपी जिला अध्यक्ष अशोक सैनी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।  अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की।  कार्यक्रम में हिसार जिला प्रशासन की ओर से इस कार्यक्रम का नेतृत्व अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने किया।  

मुख्यातिथि हरियाणा विधान सभा के चीफ व्हिप राम कुमार कश्यप व अन्य सम्मानित अतिथिगण।


मुख्यातिथि राम कुमार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान पर चलकर ही केंद्र तथा प्रदेश की सभी सरकारें तथा अदालतें राष्ट्र का विधिवत संचालन कर रही हैं।  संसद में एक वोट कम रहने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना पद छोड़ा था, वहीं हरियाणा विधानसभा के इस बार के चुनाव में ही उचाना विधानसभा से केवल 32 वोट कम रहने पर संबंधित प्रत्याशी ने जनमत का सम्मान किया।  यह भारत के संविधान की ताकत है।  उन्होंने कहा कि जब भी मौका मिले संसद में रखी संविधान की हस्तलिखित मूल कॉपी अवश्य देखें।  इस कॉपी को प्रेम नाम के व्यक्ति ने हस्तलिखित किया था।  इस कॉपी के हर पेज पर प्रेम के हस्ताक्षर हैं।

मुख्यातिथि हरियाणा विधान सभा के चीफ व्हिप राम कुमार कश्यप व अन्य सम्मानित अतिथिगण।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा साहेब अम्बेडकर के निर्देशन में बने संविधान को अंगीकार करते हुए राष्ट्र को आगे बढ़ा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि संविधान का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी बनती है।  संविधान द्वारा बताए रास्ते पर चलकर ही हम अपने प्रदेश व राष्ट्र को आगे ले जा सकते हैं।  उन्होंने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने का आह्वान किया तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे गुजविप्रौवि के प्रयासों व सिद्धांतों की सराहना की।  व्यवस्थित व शानदार आयोजन के लिए भी उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।


विधायिका सावित्री जिंदल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का संविधान 140 करोड़ देशवासियों के अधिकारों व कर्तव्यों का संरक्षण है।  हम सब भारतीय एक हैं तथा संविधान हमारे सपनों को साकार करने का माध्यम है।  उन्होंने कहा कि हम बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा लें।  संविधान को पढ़ें।  बाबा साहेब अम्बेडकर का जीवन हमें बताता है कि शिक्षा और कड़ी मेहनत से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।  

Hisar: मुख्यातिथि हरियाणा विधान सभा के चीफ व्हिप राम कुमार कश्यप व अन्य सम्मानित अतिथिगण।


विधायक रणधीर पनिहार ने अपने संबोधन में कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा दिखाए रास्ते पर चलकर ही हम भारत को 2047 तक विकसित कर पाएंगे तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के आह्वान को पूरा कर पाएंगे।  उन्होंने कहा कि यदि आज हम संविधान के अनुसार बताए रास्तों पर चलकर अपने कर्तव्यों को निवर्हन करने का संकल्प ले लें तो 2047 तक न केवल भारत विकसित होगा, बल्कि उससे भी पहले हमारा हरियाणा प्रदेश विकसित हो जाएगा।


कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम संविधान के बताए रास्ते पर चलकर महान भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाएं।  संविधान की ताकत हमें अपने लक्ष्यों को पूरा करने का मौका देती है।  भारत के संविधान को दुनिया के सबसे सम्मानित व सबसे लम्बे लिखित संविधान के रूप में जाना जाता है, जिसमें देश के संचालन के हर पहलु का गहराई से वर्णन किया गया है।  भारत का संविधान भारतीय लोकतंत्र को लोगों के लिए, लोगों के द्वारा तथा लोगों का लोकतंत्र बनने का आह्वान करता है,  साथ ही समानता तथा स्वतंत्रता का अधिकार देता है। शोषण के विरूद्ध संरक्षण प्रदान करता है।


भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी ने कहा कि हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान के मूल सिद्धांतों को आम जनता के लिए सरल बनाने और लोकप्रिय बनाने पर केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि यह नागरिकों को न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के मूल्यों को समझने में मदद करता है जिन्हें संविधान बढ़ावा देता है।


कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी तथा कहा कि भारत का संविधान न्याय, सम्मान, स्वतंत्रता व बंधुता के मूल्यों पर आधारित है।  संविधान को केवल पन्नों तक सीमित न करें, बल्कि अपने जीवन में अपनाएं।  उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपने विद्यार्थियों को संविधान की अधिक से अधिक जानकारी दें। कार्यक्रम के दौरान हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान विषय पर आधारित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। प्रो. राजीव कुमार ने धन्यवाद सम्बोधन किया।  मंच संचालन खुशी महता व सायमा ने किया।


प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया :
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर हुई निबंध लेखन व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।  निबंध लेखन प्रतियोगिता में एनसीसी की संजना को प्रथम स्थान मिला।  विधि विभाग की अंकिता ने दूसरा तथा खुशी महता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।  पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में एनसीसी की संजना व ज्योति प्रथम रही।  विधि विभाग की सुनैना व प्रिया तथा एनसीसी की मंजू व अन्नू द्वितीय स्थान पर रहे।  तृतीय स्थान विधि विभाग की नवजोत व कशिश ने प्राप्त किया।

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