I took dowry in marriage but I took nature – Nambardar Jai Bhagwan Pindara
समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ एक नई सोच, “दहेज में लिए 5 पौधे”
KPS Haryana News :
हाल ही में गाव पांडू पिंडारा निवासी नम्बरदार जयभगवान पिंडारा के बेटे एवं CRSU Jind के प्रवक्ता सुधीर पिंडारा की बिना दहेज की शादी गाँव घोघडीया निवासी प्रकाश की बेटी पिंकी से हुई है, जिसे समाज में सम्मान की नजरों से देखा जा रहा है | शादी के समय हर पिता की इच्छा होती है की वह अपनी बेटी को दान दहेज देकर विदा करे उसी परंपरा में गाँव घोघडीया निवासी प्रकाश ने नम्बरदार जयभगवान पिंडारा की सामान, जेवर व अन्य प्रकार से मदद करनी चाही व बार-बार कहने पर नंबरदार जय भगवान पिंडारा ने सख्त रूख अपनाकर दान स्वरूप कुछ भी लेने से मना कर दिया।
दहेज रहित शादी से बेटियों पर होने वाले अत्याचारों को जड़ से किया जा सकता है समाप्त- सुधीर पिंडारा
अपितु बार-बार देने लेने की बात करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आप समाज के प्रति मेरी जवाबदेही को कम कर मेरी भक्ति को भी खंडित कर रहे हैं उन्होने कहा समाज में दहेज की गलत प्रथा फैली हुई है जिसको पूरा न करना एक लड़की के पिता के लिए शर्मिंदगी का विषय बन जाता है उन्हें वे अपनी पढ़ी लिखी बेटी दे रहे है उनके लिए ये बहुत बड़ी बात है और अगर फिर भी वे दहेज़ देना चाहे तो वे दहेज में 5 पौधे दहेज के रूप में लेंगे| दोनों परिवारों ने इस बात पर सहमती जताई और समाज में फैली गलत प्रथा को ठुकराने और ऐसी प्रथा के प्रति अन्य लोगों को भी जागरूक करने का काम किया|
नम्बरदार जय भगवान पिंडारा ने कहा कि “दहेज में लिए 5 पौधे” एक अनूठा और सकारात्मक विचार है जो समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ एक नई सोच को जन्म देता है। यह दर्शाता है कि दहेज के रूप में अनावश्यक धन, गहने या उपहार लेने के बजाय, यदि हम प्रकृति को संवारने का संकल्प लें, तो यह समाज और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होगा। अधिक पौधे लगाने से हरियाली बढ़ेगी और प्रदूषण कम होगा। यह समाज को दिखाएगा कि शादी में दिखावे से ज्यादा महत्वपूर्ण पर्यावरण और प्रकृति है। यह एक छोटी-सी पहल है, लेकिन यदि इसे अपनाया जाए तो यह समाज में एक बड़ा बदलाव ला सकती है। इस लिए सभी को दहेज रहित विवाह करना चाहिए|
इस अवसर पर वधु के पिता श्री प्रकाश जी ने कहा कि महंगे उपहारों और नकदी के बजाय, पौधों का आदान-प्रदान करके एक साधारण और सुंदर परंपरा शुरू की जा सकती है। जब लोग देखेंगे कि शादी में पौधे दिए और लिए जा रहे हैं, तो यह एक नई परंपरा बन सकती है। शादी में वर-वधू एक-दूसरे को पौधे उपहार में दें।

सुधीर पिंडारा ने कहा कि वे जिस प्रकार से पहले भी पक्षियों और अन्य जीवों की सेवा का काम करते आये है वैसे ही वे अपनी शादी भी प्रकृति से जोड़ कर करना चाहते थे| दहेज रहित शादी करने का विचार उनका शुरू से ही रहा है मगर दहेज में पौधे ले कर समाज में एक अच्छा सन्देश देना और समाज में फैली गलत प्रथा के खिलाफ कदम बढ़ाना, जिस से भ्रूण हत्या और बेटियों पर होने वाले अत्याचारों को जड़ से समाप्त किया जा सकता है| उन्होंने बताया कि शादी के अवसर पर उन्होंने पक्षियों के मीनार की नीव भी रखवाई है, क्योकि तूफान और बरसात के समय उनके घर टूट जाते है, इस मीनार में लगभग 1500 से ज्यादा पक्षियों को रहने के लिए घर मिलेगा|
वधु पिंकी ने भी ऐसे परिवार में शादी होने पर बहुत ख़ुशी व्यक्त की और कहा कि जिस घर में एक लडकी की शादी होती है क्या वो घर शुरू से घर नही होता? ये समाज में एक गलत धारणा बना रखी है जिसको तोडना बहुत जरूरी है ऐसा होने पर लड़कियों को घर वाले कभी बोझ नहीं मानेंगे|
KPS Haryana News: दादूपुर नलवी नहर का मुद्दा ; सीएम सैनी ने विपक्ष पर साधा निशाना,
हांसी में फोन पर लिंक भेजकर ठगी,
Hisar Crime News : अग्रोहा में दबंगई; बुजुर्ग के मकान पर जबरन कब्जे की कोशिश, मकान में घुसकर मारपीट,
Share this content:
Discover more from KPS Haryana News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.