Haryana Primary schools closed in many districts, and restrictions increased due to rising pollution in Haryana
Haryana News Today : हरियाणा में धुंध के बीच बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए हरियाणा सरकार ने प्रदेश के 9 जिलों में प्राइमरी स्कूलों की छुट्टी ( Haryana Primary schools closed ) करने का आदेश दिया है। दिल्ली एनसीआर में आते प्रदेश के 14 शहरों में वायु की गुणवत्ता बदतर स्थिति में पहुंच गई है। सबसे बुरी स्थिति गुरुग्राम में है, जहां सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 576 रहा, जो बहुत खतरनाक की श्रेणी में आता है। इसमें सांस लेना 27 सिगरेट पीने से भी ज्यादा नुकसानदेह है।
स्थिति बिगड़ती देख हरियाणा सरकार ने 9 जिलों में 5वीं तक के स्कूल बंद करने के ( Haryana Primary schools closed ) दिए हैं। इनमें झज्जर, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, जींद , फरीदाबाद, रेवाड़ी और नूंह शामिल हैं। नूंह में 18 से 22 नवंबर तो सोनीपत में केवल आज छुट्टी रही।
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में गंभीर वायु गुणवत्ता की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 12वीं तक की कक्षाओं की स्थिति का आकलन करें।
छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, उपायुक्त आवश्यकता अनुसार स्कूलों में कक्षाओं को बंद कर ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था सुनिश्चित कर सकते हैं। हरियाणा माध्यमिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक की ओर से सभी उपायुक्तों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है।
वहीं एनसीआर में आते प्रदेश के 14 शहरों फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल में दिल्ली के साथ ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। ग्रैप-4 आज 18 नवंबर (सोमवार) सुबह 8 बजे से प्रभावी हो गया है। जिसकी वजह से कन्स्ट्रक्शन के सभी काम रोक दिए गए हैं। वहीं दफ्तरों में भी 50 प्रतिशत स्टाफ कम करने को कहा गया है।
ग्रैप 4 लागू होने से हरियाणा में ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्रीज और परिवहन सेवाओं पर असर पड़ेगा। इसके अलावा एनसीआर में आते प्रदेश के 14 जिलों में विकास कार्य प्रभावित होंगे, जब तक प्रदूषण कम नहीं होगा। ट्रांसपोर्ट वाहनों के दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलने से उद्योगों की माल ढुलाई पर असर पड़ सकता है। ग्रैप 4 लागू होने से उद्योग सहमे हुए हैं। हरियाणा के पानीपत, धारूहेड़ा और हिसार से उद्योगों का माल निर्माण व अन्य गतिविधियों की इजाजत नहीं होगी। दिल्ली में डीजल वाहनों का प्रवेश बंद होने से हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले माल पर असर पड़ेगा। इससे फल-सब्जी और दूध महंगे हो सकते हैं।
रोडवेज सेवाएं प्रभावित होंगी
ग्रैप 4 लागू होने से हरियाणा की रोडवेज बसों के फेरे दिल्ली में घट सकते हैं। इसको लेकर परिहवन विभाग समीक्षा करने में जुटा है। हिसार रोडवेज जीएम मंगलसेन ने बताया कि ग्रैप 4 के नियमों की समीक्षा की जा रही है। अभी तक बसों के रोक को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं। हरियाणा की अधिकतर बसें दिल्ली जाती हैं। अगर सख्ती हुई तो बसें बंद हो सकती हैं। हालांकि हमारे पास बीएस 6 मॉडल की बसें भी हैं जिनको दिल्ली रूट पर लगाया जाएगा। सब्जी और दूध महंगे हो सकते हैं।
किसानों का कहना है कि धुंध के कारण उनके खेतों में गेहूं की बिजाई लेट हो सकती है। धुंध के कारण उन्होंने जो जमीन में गेहूं की बिजाई के लिए पानी लगाया हुआ है, वह जमीन लेट तैयार हो पाएगी। जिस कारण उसमें बिजाई लेट होगी और पैदावार में भी कमी आ सकती है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि धुंध से जो गेहूं की फसल की बिजाई हो चुकी है, उसमें इसका काफी लाभ होगा और पैदावार में बढ़ोतरी होगी।
उद्योगों की माल ढुलाई पर असर
ग्रैप 4 लागू होने से डीजल वाहनों के प्रतिबंध से दूध और सब्जी दोनों चीजें महंगी हो सकती है। दिल्ली से हरियाणा में सब्जियां आती हैं और इसके अलावा हरियाणा से दिल्ली की गाजीपुर मंडी सहित कई अन्य क्षेत्रों में सब्जी और दूध सप्लाई होता है। इससे दूध और सब्जी दोनों के रेटों में बढ़ोतरी हो सकती है। दिल्ली से हरियाणा में हरा लहसुन, लाल पीली शिमला मिर्च, अरबी, करेला, शलगम, सेब, खजूर, कीवी, अनार और अनानास जैसे फल आते हैं।
देश के 21 सबसे प्रदूषित शहरों में 8 हरियाणा के
प्रदेश में प्रदूषण से हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि देश के 21 सबसे प्रदूषित शहरों में 8 हरियाणा के हैं। इनमें सबसे ज्यादा बुरी स्थिति बहादुरगढ़ की है। इसके अलावा भिवानी, हिसार, सोनीपत, रेवाड़ी का धारूहेड़ा, गुरुग्राम, पानीपत, फरीदाबाद के वल्लभगढ़ और रोहतक भी इस लिस्ट में शामिल हैं। वहीं सोमवार सुबह गुरुग्राम का एक्यूआई 576 पहुंच गया। धुंध के कारण गेहूं की बिजाई लेट गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से लगातार धुंध छा रही है, लेकिन सोमवार सुबह बहुत ज्यादा गहरी धुंध है। जिस कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गहरी धुंध में सड़क हादसों का भय बना रहता है और लोग कम सफर करते हैं।
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