Weather will change in Haryana from January 21, rain expected for three days
Haryana Weather Update : हरियाणा में जनवरी के ठंडे महीने में मौसम ने एक बार फिर करवट लेने की तैयारी कर ली है। राज्य में 21 जनवरी से मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे अगले तीन दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि यह बारिश पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण होगी। इसके चलते किसानों, आमजन और प्रशासन सभी को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
पश्चिमी विक्षोभ एक ऐसा मौसमीय तंत्र है, जो ठंड के मौसम में उत्तर भारत के राज्यों में मौसम को प्रभावित करता है। यह तंत्र भूमध्य सागर से उठता है और भारत के उत्तरी हिस्सों में पहुंचकर बारिश और बर्फबारी का कारण बनता है। मौसम विभाग के अनुसार, 20 जनवरी की रात से ही पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित करना शुरू कर देगा, जिससे 21 जनवरी की सुबह से हल्की बारिश शुरू हो सकती है।
तीन दिनों तक बारिश के आसार
हरियाणा के मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक, 21 से 23 जनवरी के बीच राज्य में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर तेज़ बारिश और ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। इस दौरान न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
जिन जिलों में ज्यादा असर पड़ेगा
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के उत्तरी और पश्चिमी जिलों जैसे पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल में बारिश की संभावना अधिक है। वहीं, दक्षिणी जिलों जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा, लेकिन वहां बारिश की तीव्रता अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
किसानों के लिए अहम समय
हरियाणा में इस समय खेतों में रबी फसलों की बुवाई और देखभाल का समय है। गेहूं, सरसों और चने जैसी फसलें पकने की अवस्था में हैं। ऐसे में बारिश किसानों के लिए लाभदायक हो सकती है, लेकिन अगर बारिश के साथ ओलावृष्टि होती है, तो फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका भी बनी रहती है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को सुरक्षित रखने के लिए एहतियाती कदम उठाएं।
आम जनता के लिए चेतावनी
बारिश और तेज़ हवाओं के कारण हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और नमी के कारण सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इसके साथ ही वाहन चालकों को कोहरे और बारिश के दौरान सड़क पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
सरकार और प्रशासन की तैयारियां
हरियाणा सरकार और प्रशासन ने संभावित बारिश को देखते हुए संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। बिजली विभाग, नगर निगम और जल निकासी विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बारिश के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की निकासी और यातायात व्यवस्था को लेकर भी तैयारी की जा रही है।
पिछले साल का अनुभव
पिछले साल भी हरियाणा में इसी तरह जनवरी के महीने में बारिश हुई थी, जिससे फसलों को फायदा हुआ था। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि के कारण नुकसान भी हुआ था। इस बार प्रशासन का प्रयास है कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयारी की जाए।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों और आम नागरिकों को मौसम की जानकारी अपडेट रखने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है। किसान फसलों को ढकने के लिए तिरपाल या प्लास्टिक शीट का उपयोग कर सकते हैं। वहीं, आम जनता को बारिश के दौरान घर से बाहर निकलने से बचने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
हरियाणा में 21 जनवरी से बदलने वाले मौसम का यह दौर राज्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जहां बारिश से फसलों को लाभ होने की उम्मीद है, वहीं ओलावृष्टि का खतरा भी बना हुआ है। ऐसे में किसानों और आमजन को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। मौसम विभाग और प्रशासन का यह प्रयास है कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से पहले सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
आने वाले तीन दिनों में मौसम का यह बदला हुआ मिजाज हरियाणा के लोगों के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण होगा। लिहाजा, यह देखना दिलचस्प होगा कि पश्चिमी विक्षोभ का यह प्रभाव राज्य पर किस प्रकार पड़ता है।
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