Report Card of Hisar MLA : जनता के ये सवाल तय करेंगे विधायक का रिपोर्ट कार्ड, जनता ने हिसार विधायक से पूछे ये सवाल / Haryana News Today

Report Card of Hisar MLA : जनता के ये सवाल तय करेंगे विधायक का रिपोर्ट कार्ड, जनता ने हिसार विधायक से पूछे ये सवाल

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These questions of the public will decide the report card of Hisar MLAHisar News : विधानसभा चुनावो का बिगुल बज चुका है । सतारूढ़ भाजपा की टिकट के लिए रस्साकशी जारी है । लाटरी किसकी खुलेगी यह तो अभी गर्भ मे है ! क्योंकि Hisar MLA doctor Kamal Gupta पिछले दस वर्षों से हमारे हिसार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, और सरकार को चलाने वाले कैबिनेट मंत्री भी है उनके कार्यकाल के दौरान हिसार की जनता ने जो विकास की उम्मीदें बंधी थीं।क्या हिसार के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डॉ कमल गुप्ताअपने हल्के की जनता उन उम्मीदों पर खरा उतर पाए ? क्या जनता के रोजमर्रा के मुद्दों के समाधान करने का उन्होंने प्रयास किया? शायद नही…? क्योंकि आम जनता से जुड़ी दिक्कतों पर बात करते ही उनका मिजाज बिगड़ हुआ नजर आता है। केवल एयरपोर्ट की बात करते हैं, भावुक होकर आंखों से आँसू भी छलका देते हैं! लेकिन दर्जनो ऐसे मुद्दे जो जनता के रोजर्मरा जीवन को सीधे प्रभावित करते रहे …जनता राहत का इंतजार करती रही , लेकिन हुआ वही जो विधायक ने चाहा यानि कि कुछ भी नही हुआ । ऐसे मे जब चुनाव सिर पर है तो एक आमजन होने के नाते इनके पिछले दस सालो का जनता की तरफ से रिपोर्ट कार्ड रखना मै अपना फर्ज समझता हूँ । पेश है उनका रिपोर्ट कार्ड1. आवारा पशुओं की समस्या का समाधान न होना : विधायक ने पिछले दस वर्षों में आवारा पशुओं की समस्या को हल करने में पूरी तरह असमर्थ रहे हैं। शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या से सैकड़ों लोग घायल हुए, बहुत से अपाहिज हो गए, और कुछ की जान भी चली गई। इस समस्या ने सफाई व्यवस्था को प्रभावित किया और पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाया।2. साफ-सफाई व्यवस्था का चरमराना : हिसार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट आज तक स्थापित नहीं हो पाया, जिस कारण शहर की सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। जब विधायक जी अर्बन लोकल बॉडीज के मंत्री थे, तब भी हिसार स्वच्छता सर्वेक्षण में बुरी तरह पिछड़ गया, और यह पूरे प्रदेश में आलोचना का कारण बना।3. गंदे पानी की सप्लाई : शहर के अधिकांश क्षेत्रों में लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है । जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रह है । गंदा पानी सप्लाई का कोई समाधान नही हुआ । लोग बीमार हुए, आमजन का धन और स्वास्थ्य दोनों ही प्रभावित हुए।4. अतिक्रमण की समस्या: हिसार में अतिक्रमण की समस्या लगातार बढ़ती गई,लेकिन इसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। शहर में गाड़ी लेकर एक कोने से दूसरे कोने तक जाने में लोगों को मानसिक तनाव और भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।5. ट्रैफिक व्यवस्था की बदहाली : हिसार की ट्रैफिक व्यवस्था लाचार बनी रही, जिससे रोजाना जाम और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा। पार्किंग के स्थानों पर बड़े-बड़े शोरूम और गोदाम बना दिए गए हैं, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे शहर की जनता को परेशानी उठानी पड़ती है।6. सिविल हॉस्पिटल की खराब हालत : विधायक के स्वास्थ्य मंत्री होने के बावजूद हिसार के सिविल हॉस्पिटल की स्थिति बेहद खराब रही। अस्पताल में दवाइयों, मशीनों और स्टाफ की कमी लगातार बनी रही, लेकिन विधायक ने इस ओर ध्यान देने के बजाय अन्य फैंसी प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दिया।7. स्ट्रीट लाइट्स की कमी : शहर की बड़ी आबादी स्ट्रीट लाइट के अभाव में रही, जिससे रात के समय लोगों को भय और असुरक्षा का माहौल महसूस होता है। शहर का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूबा रहता है, जो सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय है।8. सीसीटीवी कैमरों की कमी : पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाने की जरूरत थी, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। सीसीटीवी कैमरे किसी भी शहर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, और इस कमी ने शहर की सुरक्षा को कमजोर किया है।9. सार्वजनिक शौचालयों की गंदगी : Hisar city के सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति बेहद खराब रही, और इसके रखरखाव के नाम पर ठेकेदारों को मोटी रकम दी गई, लेकिन जनता को कोई लाभ नहीं मिला। गंदगी के कारण लोग इन शौचालयों का उपयोग करने से कतराते हैं।10. हरियाली बढ़ाने के प्रति उदासीनता : हिसार में हरियाली बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। ग्रीन बेल्ट में करोड़ों रुपए की फैंसी लाइट्स तो लगाई गईं, लेकिन पौधे लगाने की दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ, जिससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ता जा रहा है। हरियाली खत्म करके संपूर्ण शहर को कंक्रीट में बदल दिया गया ।11. वाटर रिचार्ज पीट की खराब स्थिति : शहर में बनाए गए वाटर रिचार्ज पीट की गुणवत्ता इतनी घटिया थी कि वे जल्दी ही खराब होकर बंद हो गए। जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए स्पंज सिटी का कॉन्सेप्ट महत्वपूर्ण है, लेकिन इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया।12. मुर्दा पशुओं के निस्तारण का प्लांट न लगाना : मुर्दा पशुओं के निस्तारण के लिए एक प्लांट की आवश्यकता थी, लेकिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी विधायक ने कोई ध्यान नहीं दिया। इससे उत्पन्न होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता गया।13. डेयरी शिफ्टिंग में नाकामी : हिसार शहर में डेयरी शिफ्टिंग का कार्य आवश्यक था, लेकिन इसे पूरा करने में विधायक असफल रहे। डेयरी शिफ्टिंग न होने के कारण सीवरेज व्यवस्था फेल हो रही है, जिससे शहरवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है।14. अवैध पोस्टर चिपकाने वालों पर कार्यवाही न करना : शहर में अवैध पोस्टर चिपकाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे शहर की दीवारें गंदी हो गईं। कानून के अनुसार, 6 महीने की सजा और ₹10,000 का जुर्माना होना चाहिए था, लेकिन खुद नेता और प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया।15. कम्युनिटी सेंटर की बदहाली : नगर के 14 कम्युनिटी सेंटर कंडम हालत में हैं, और नगर निगम इन्हें सही ढंग से मेंटेन करने में नाकाम रहा। निगम के अधिकारियों की लापरवाही ने लोगों को सुविधा से वंचित रखा।16. सिटिजन चार्टर का लागू न होना : सिटिजन चार्टर को लागू करने में विधायक असफल रहे, जिससे नागरिक सुविधाओं की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो पाया। लोगों की समस्याओं का समाधान महीनों तक नहीं हुआ, जिससे नागरिकों को दर-दर भटकना पड़ा।17. सड़कों की खराब स्थिति : शहर की सड़कों पर खड्डे बहुत बड़ी मात्रा में हैं, जिन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। बल्कि सही सड़कों को उखाड़ कर दोबारा बनाया गया, जिससे केवल सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ। जनता की राय के बिना ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से यह काम किया गया।18. कुत्तों की नसबंदी में विफलता : आवारा कुत्तों की समस्या से निजात पाने के लिए कुत्तों की नसबंदी आवश्यक थी, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ती रहीं, लेकिन विधायक जी इस समस्या का समाधान करने में नाकाम रहे।19. बारिश में जलभराव की समस्या : बारिश के दौरान सड़कों पर जलभराव एक बड़ी समस्या बनी रही, जिससे लोगों के घरों में पानी घुसने से उनका कीमती सामान खराब हो जाता है। इसके अलावा, जलभराव से बीमारियां फैलने का खतरा भी बढ़ता है, लेकिन विधायक ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।20. आपने चुनाव प्रचार मे शहर के 20 वार्डों में तारीख के अनुसार स्वयं जाकर समस्या सुनने का वायदा किया था । आपने यह बात अभी पूरा नहीं किया एक दिन भी किसी वार्ड में जाकर लोगों की समस्याएं नहीं सुनी । लोग समस्याएं लेकर आपके पास आते थे तो आपका रुखा व कड़वा व्यवहार पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहता है ।इन सभी मुद्दों से स्पष्ट है कि विधायक के कार्यकाल मे अधिकारियों ने दिखावा वाले प्रोजेक्ट पास करके जनता की गाड़ी कमाई का करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए । जनता मूलभूत सुविधा पाने के लिए त्राहि- त्राहि करती रही लेकिन इनकी प्राथमिकता स्वागत द्वारो, अच्छे भले सुन्दर टाउन पार्क को तहस-नहस करके क्रंकीट मे बदलने, सुंदरता के नाम पर चौराहो पर मॉडल रखकर ट्रैफिक जाम का न्योत दिया गया । सही मायने मे आपके कार्यकाल मे विकास न के बराबर हुआ दिखावा व प्रचार ज्यादा हुआ । अब समय आ गया है कि हिसार की जनता अपने विधायक से जवाबदेही की मांग करें । आपके कार्यो के रिपोर्ट कार्ड पर बात करें ।

सत्येंद्र यदुवंशी
एक आम नागरिक

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