Ruckus in BJP over tickets, Amit Shah’s Haryana tour cancelled, senior BJP leaders in search of safe seats
Haryana News: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी 1 सितंबर को जींद में जन आशीर्वाद रैली के तहत अपने चुनावी बिगुल का शंखनाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से करवाना चाहती थी लेकिन इसी बीच उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की सूची लीक होने के बाद भाजपा में बवाल मचा हुआ है और इसकी गूंज केंद्रीय नेतृत्व सहित अमित शाह तक भी पहुंच गई है इसको देखते हुए अमित शाह ने हरियाणा दौरा रद्द कर दिया। वहीं भाजपा के बड़े चेहरे माने जाने वाले नेता अपनी पारंपरिक सीट को छोड़कर किसी सुरक्षित दूसरी सीट से चुनाव लड़ने की फिराक में दिखाई दे रहे हैं तो कुछ सीटों पर एक की बजाय कई-कई दावेदार होने की वजह से कैबिनेट मंत्रियों की भी टिकट पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर 1 अक्टूबर को मतदान होना है और भाजपा पार्टी 1 सितंबर को जिन में जन आशीर्वाद रैली का आयोजन कर अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत करना चाहती है। इसको लेकर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को शामिल होना था। ताकि चुनावी प्रचार में शुरू से ही जान फुंकी जा सके। इसको लेकर कई भाजपा नेताओं ने तो दो तो दूर प्रचार भी किया था कि जींद में आयोजित होने वाली जन आशीर्वाद रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आने वाले हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटा जा सके और चुनावी माहौल भाजपा के पक्ष में हो सके।
कुछ सूत्रों का मानना है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने 55 उम्मीदवारों की पहली सूची तैयार कर ली थी लेकिन सूची जारी करने से पहले ही लीक हो गई और लेख होते ही इस को लेकर भाजपा नेताओं में बवाल मच गया। हालांकि भाजपा की यह लड़ाई कांग्रेस की तरह सड़क पर नहीं आई और अंदर खाते ही बवाल मचा हुआ है। सुनो से पहले भाजपा में मचे बवाल को थामने के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की फाइनल हुई पहली सूची को होल्ड कर लिया। भाजपा में मचे बवाल की गूंज केंद्रीय मंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय नेतृत्व कभी पहुंच गई और माना जा रहा है कि इसी को देखते हुए अमित शाह ने अपना हरियाणा दौरा रद्द कर दिया।
आपको बता दें कि चीन के एकलव्य स्टेडियम में होने वाली इस रैली में भाजपा प्रदेश कमेटी अमित साथी मौजूदगी में दूसरी पार्टी के कई बड़े नेताओं को भाजपा में शामिल करवा कर प्रदेश की जनता में संदेश देना चाहती थी कि आज भी भाजपा का माहौल है। लेकिन अमित शाह का जींद दौरा रद्द होने के बाद भाजपा नेताओं में कुछ मायूसी देखने को मिल रही है। उसके बावजूद भी कहीं भाजपा नेताओं ने कहा है कि इस रैली में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगे और कई बड़े नेता भाजपा पार्टी में शामिल होंगे।
जननायक जनता पार्टी को छोड़कर नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम, बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग, नरवाना के विधायक रामनिवास सुरजा खेड़ा के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रहे हैं लेकिन अब यह देखने वाली बात हो गई थी यह नेता भाजपा में शामिल होते हैं या फिर से किसी बड़े नेता की रैली का इंतजार करवाया जाता है।
जन आशीर्वाद रैली के संयोजक एवं पूर्व सांसद संजय भाटिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस रैली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह नहीं आ रहे बल्कि उनके स्थान पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के अलावा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सहित कई केंद्रीय मंत्री रैली को संबोधित करें।
आपको बता दें कि हिसार विधानसभा सीट से कैबिनेट मंत्री डॉ कमल गुप्ता पूर्व सांसद अरविंद शर्मा और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल कैबिनेट मंत्री बनवारी लाल सहित कई बड़े भाजपा नेताओं की टिकट पर संकट के बादल छाए हुए हैं। अपनी सीट को बचाने के लिए भाजपा नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दखल के बाद गुरुग्राम और रेवाड़ी की कई सीटों पर मौजूदा विधायक और मंत्री की टिकट काटने की भी चर्चाओं का बाजार गम आया हुआ है। क्योंकि इन नेताओं को टिकट देने से स्थानीय लीडरों ने विरोध शुरू कर दिया है तो राव इंद्रजीत सिंह ने भी अपने खाते के लिए कुछ टिकटों की डिमांड भाजपा के सामने रख दी है। जिससे उनकी बेटी आरती राव को अटेली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है।
करनाल नहीं रहेगी सीएम सिटी
किसी भी चर्चाओं का बाजार गर्म है कि पिछले एक दशक से करनाल सीएम सिटी रही है और इस विधानसभा सीट से मनोहर लाल खट्टर लगातार दो बार विधायक चुनकर मुख्यमंत्री बने हैं और उनके इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इसी सीट से विधानसभा चुनाव जीता था और एक बार फिर करनाल सीएम सिटी बन गई थी लेकिन भाजपा के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अब करनाल की जगह लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। इसके अलावा हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा और पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु बरवाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाता रहे हैं। क्योंकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला 45000 से ज्यादा मतों से ज्यादा से हार गए थे और मंगवा विधानसभा क्षेत्र से भी भाजपा उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए चर्चाओं का बाजार गर्म है कि भाजपा के कई बड़े नेता अपने लिए सुरक्षित सीट तलाशने में जुटे हुए हैं और वो उसे सीट से अपने दावेदारी जाता रहे हैं जहां पर लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी।
Discover more from Haryana News Today
Subscribe to get the latest posts sent to your email.