HISAR NEWS UPDATE: Case registered against former president of Bhim Army
मृतक के शव का जबरन पोस्टमॉर्टम रुकवाने, रोड जाम करवाने के लिए उकसाने की परिजनों ने की पुलिस से शिकायत
अक्सर किसी की मौत होने पर कुछ लोग मृतक के परिजनों को भड़काकर विरोध प्रदर्शन करते हैं और इसके सहारे वह अपनी रोटियां सीखने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन कई बार जागरूकता के भाव में लोग उनके मन सुबह पर पानी फेर देते हैं। ऐसा ही एक मामला हिसार से भी सामने आया है। इस मामले में चंद्रशेखर की पार्टी भीम आर्मी के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रदीप भानखड़ के द्वारा एक युवक की मौत के मामले में दखल देना महंगा पड़ गया है। मृतक के परिजनों ने ही भीम आर्मी नेता पर शव का पोस्टमार्टम रुकवाने, रोड़ जाम के लिए उकसाने सहित अनेक आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू करती है।
पुलिस ने प्रदीप भानखड़ पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रदीप भानखड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिसमें जान से मारने की धमकी देने, हिंसा के लिए इक_ा होने, रास्ता रोकने और रोड जाम कर बाधा पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं। दरअसल, बीते दिनों हिसार में एक युवक की मारपीट के बाद मौत हो गई थी। भानखड़ ने परिजनों को भड़काकर जबरन उसका पोस्टमॉर्टम नहीं कराने दिया। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर रोड जाम कर दिया। इसके अगले दिन फिर जुलूस निकाला। यही नहीं, जब मृतक युवक के परिजनों ने विरोध किया तो उन्हें भी धमकी दी और मारपीट की।
यह मामला मृतक के रिश्ते में लगने वाले रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर दादा की शिकायत पर दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरा परिवार पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए तैयार था और पूरी कागजी कार्रवाई पुलिस ने कर ली थी। इसके बाद एक प्रदीप भानखड़ नामक अपने 10-12 साथियों के साथ नागरिक अस्पताल हिसार में आया और आकर अस्पताल में मौजूद हमारी औरतों को भावुकता से उकसाने लगा
गौरतलब है कि शहर के कैमरी रोड स्थित लक्ष्मी विहार कॉलोनी के सैनिक अक्षय बल्हारा का पत्नी रेणुबाला के साथ दहेज व मारपीट का केस चल रहा है। अक्षय का 14 जनवरी को अपने साले अक्षय बल्हारा का पत्नी रेणुबाला के साथ दहेज व मारपीट का केस चल रहा है। अक्षय का 14 जनवरी को अपने साले लक्ष्यदीप व अन्य के साथ विवाद हुआ।
समझौते के लिए 14 जनवरी की देर रात अक्षय अपने दोस्त यश, चंदन व छोटू के साथ रेलवे कॉलोनी स्थित एक क्वार्टर पर गया था। वहां लक्ष्यदीप, अजय धारीवाल, योगेश सहित अन्य लोगों ने चारों को डंडों व पाइप से बुरी तरह पीटा। हमले के 13 दिन बाद 27 जनवरी को यश की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद विरोध प्रदर्शन किया था। डीएसपी कमलजीत ने परिजनों को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा देकर प्रदर्शन खत्म कराया था।
मृतक यश के रिश्ते में दादा लगने वाले गांव पातन निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि वह हरियाणा पुलिस जिला भिवानी से रिटायर्ड हैं। 14 जनवरी की रात को मेरे परिवार में मेरे भतीजे प्रेम सिंह के लडक़े यश कुमार खटक को लड़ाई में चोटें लगी थी। इलाज के लिए उसे जिंदल अस्पताल हिसार में दाखिल करवाया गया जहां 27 जनवरी को सुबह 8.30 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके परिवार वाले यश के मृत शरीर को पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए नागरिक अस्पताल ले गए। शव को मॉच्र्यूरी में रख दिया गया।
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