Uchana will become hurdle in the path of Birender Singh and Brijender Singh, people of Uchana group will meet Sonia and Rahul and lobby for not giving them tickets
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह व उनके बेटे बृजेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए उचाना हल्के के लोग। |
हरियाणा न्यूज टूडे / सुनील कोहाड़ : दस साल पहले कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह और उनके पुत्र पूर्व सांसद बृजेन्द्र सिंह ने लोकसभा 2024 ( lok sabha election latest news Hisar) के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले एक बार फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया है और लोकसभा चुनाव में हिसार लोकसभा सीट ( Hisar Lok Sabha Election Update) से प्रबल दावेदार मना जा रहा है। लेकिन उनकी राह में वीरेन्द्र सिंह का गढ़ माना जाने वाला उचाना ही रोड़ा बन सकता है। इसके अलावा भी इस बार चुनाव में वीरेन्द्र सिंह और उनके पुत्र से हिसार लोकसभा क्षेत्र के लोगों का मोह पूरी तरह से भंग दिखाई दे रहा है।
भाजपा जजपा गठबंधन पर लगातार प्रहार करने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह व उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह लगातार हिसार लोकसभा सीट व उचाना हल्के ( uchana area) से विधायक की टिकट को लेकर दावेदारी ठोकते रहे हैं। लेकिन भाजपा में टिकट की बात नहीं बनती देख पिता पुत्र दस साल बाद फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन इस बार उन्हें हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट मिलने में उनका ही गढ़ कहा जाने वाले उचाना हल्के की जनता रोड़ा बनने जा रही है। क्योंकि उचाना हल्के के किसानों ने पिता पुत्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इसको लेकर सैकड़ों किसान रविवार 14 अप्रैल को बैशाखी के अवसर पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनियां गांधी और राहुल गांधी के अलावा हाईकमान से मिलने दिल्ली जा रही है।
किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह और उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह ने सत्ता के लालच में किसानों का साथ नहीं दिया। अगर वो किसान हितैषी थे तो उसी समय अपने सांसद पद से त्याग पत्र दे देते और किसान मजदूर हितैषी होने का प्रमाण देते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और ना ही क्षेत्र में कोई विकास किया है। इसी को लेकर वो 14 अप्रैल को कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर उन्हें टिकट ना देने की पैरवी करने के लिए किसान दिल्ली जा रहे हैं।
उचाना हल्के के साथ लगते हिसार जिले के उकलाना, बरवाला और नारनौंद क्षेत्र में पूर्व केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह का जनाधार माना जाता था और इसी की बदौल्त भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह को टिकट दिया था और वो मोदी लहर में भारी मतों से जीत भी गए थे। लेकिन इस बार इन तीनों ही हल्कों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह और उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह की पकड़ ढ़ीली हो चुकी है। इसका कारण है कि सांसद बनने के बाद बृजेन्द्र सिंह और बीरेन्द्र सिंह इन हिसार लोकसभा सीट के अधिकतर गांव का दौरा नहीं किया और ना ही किसान आंदोलन में शहीद हुए छान गांव के पूर्व सरपंच प्रतिनिधी राममेहर नंबरदार सहित अन्य किसानों की शहादत पर शौक प्रकट करने पहुंचे। इसको लेकर किसानों के साथ साथ अन्य जातियों में उनकी पकड़ कमजोर हुई है। लोगों में उनके प्रति गुस्सा देखने को मिल रहा है।
लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बृजेन्द्र सिंह ने सांसद रहते हुए हिसार लोकसभा सीट के लिए ना ही तो संसद में कोई मुद्दा उठाया और ना ही सांसद निधी से जो विकास होने चाहिए थे वो विकास कार्यो के लिए जो ग्रांट दी थी उसको पूरा लगवाया। ऐसे व्यक्ति सांसद व विधायक चुनने का क्या फायदा जो केवल सांसद व विधायक के लिए पूरे क्षेत्र के विकास के पहिए को थाम दे। लोगों का आरोप है कि जब कांग्रेस सरकार में चौधरी बीरेन्द्र सिंह वित्तमंत्री थे उस समय भी जींद व उचाना में कोई विकास कार्य नहीं हुए थे और ना ही उन्होंने चुनाव के बाद अपने क्षेत्र के विकास की बात की।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिलने के बाद बोले किसान
14 अप्रैल को उचाना से किसान मजदूर का प्रतिनिधिमंडल मौकापरस्त व दल-बदल कर कांग्रेस में शामिल हुए बिजेंद्र सिंह व विरेन्द्र सिंह को टिकट ना देने बारें दिल्ली पहुँचकर इंडिया गठबंधन व काग्रेस के शीर्ष नेतृत्व राहुल, सोनिया, खरगें व दिपक बावरिया से विस्तार सेबातचीत कर लिखित में जानकारी दी।
किसान मजदूर सयुंक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया की शीर्ष नेतृत्व व काग्रेस प्रभारी दिपक बावरिया से सौहार्द पूर्ण मौहल में सही ढंग से विस्तार में बातचीत हुई अगर कांग्रेस पार्टी हिसार लोकसभा से प्रत्याशी बिजेंद्र सिंह व विरेन्द्र सिंह को बनाती है तो हिसार लोकसभा क्षेत्र में विरोध किया जाएगा।
अगर कांग्रेस पार्टी फिर भी नही मानती है तो उनके खिलाफ अपना प्रत्याशी भी उतारगें गांव गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा की इनको वोट ना दे पिछले 16 महीने से उचाना में किसानों का धरना चला हुआ इन्होंने इक बार भी धरने पर आके किसानो की बात नही सुनी।
हांसी में काले कानून के पक्ष में ट्रैक्टर रैली निकालकर किसान विरोधी काम किया।
और सांसद रहते हुए उचाना व हिसार के अंदर कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया जब इनको भाजपा पार्टी में टिकट नहीं मिली तो ये कॉग्रेस पार्टी में आ गए। लेकिन अब लोग जागरूक हो चुके हैं इनकी बातों में नही आएंगे और लोक सभा चुनाव में इनका विरोध किया जाएगा ।
उचाना धरना संयोजक आजाद पालवां व समस्त प्रतिनिधिमंडल।
ये खबरें भी पढ़ें:-
हरियाणा न्यूज पर खबर और विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें: – हैड आफिस इंचार्ज, सुनल कोहाड़ पत्रकार, हिसार। हरियाणा , 7015156567 ya mail id :- sunilkohar@gmail.com
ये खबरें भी पढ़ें :-
हरियाणा की ताजा खबर ,
घर बैठे फोटोयुक्त डिजिटल वोटर कार्ड डाउनलोड कैसे करें ,
BSEH Cancel Exam UPDATE: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की सेकेण्डरी व सीनियर सेकेंडरी की रद्द परीक्षा को लेकर बड़ी खबर ,
Jind News Today: दालमवाला गांव युवक से इटली भेजने के नाम पर ठगे 12 लाख, ईरान में बनाया बंधक ,
Jind Crime News: नौकरी का झांसा देकर जुलाना में महिला के साथ रेप, 2 के खिलाफ मामला दर्ज ,
Jjp को लगा तगड़ा झटका : प्रदेश के बड़े नेता ने जेजेपी को कहा अलविदा, कांग्रेस में शामिल,
Discover more from Haryana News Today
Subscribe to get the latest posts sent to your email.