Heavy rain in Haryana: A boon for crops, will get relief from dry cold
हरियाणा में बारिश से खिले किसानों के चेहरे
हरियाणा में शुक्रवार की रात को बूंदाबांदी देखने को मिली। वहीं शुक्रवार की सुबह करीब 6:30 बजे से हो रही झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। यह बारिश फसलों के लिए आसमान से सोना बरसा रही है तो वहीं सूखी ठंड से भी लोगों को निजात मिलेगी। अगर और तेज बारिश नहीं हुई तो यह बारिश फसलों के लिए वरदान साबित होगी और बंपर पैदावार होने की उम्मीद जताई जा सकती है।
कृषि पर सकारात्मक प्रभाव
रबी फसलों को बढ़ावा
.हाल ही में हुई बारिश ने रबी की फसलों, खासकर गेहूं और सरसों में नई जान फूंक दी है। इन फसलों में इस समय सिंचाई की आवश्यकता थी। पिछले सालों में, इसी तरह की बारिश ने पैदावार में 30% तक की बढ़ोतरी की थी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस मौसम में भी यह बढ़ोतरी हो सकती है या उससे भी आगे निकल सकती है
जल संसाधनों का पुनरुद्धार
रेतीले क्षेत्रों में बारिश के बाद भूजल स्तर और जलाशयों की क्षमता में सकारात्मक बदलाव देखा गया है। बारिश से पहले, कई कुएं सूख रहे थे। इसके बाद, रिपोर्ट बताती है कि जल स्तर में 20% से अधिक की वृद्धि हुई है। यह सिंचाई के लिए एक महत्वपूर्ण बढ़ावा है। वही तराई वाले क्षेत्रों में भी इस बारिश से काफी फायदा होगा।
सिंचाई पर निर्भरता कम हुई
किसान अब कृत्रिम सिंचाई पर कम निर्भर रह सकते हैं, जिससे पानी और ऊर्जा की तो बचत होगी ही, साथ ही कड़ाके की ठंड में किसानों को रात को पानी देने के लिए खेतों में नहीं जाना पड़ेगा और वह ठंड की चपेट में आने से भी बच जाएंगे। अनुमान बताते हैं कि इस मौसम में आस-पास के खेतों को कम से कम 30% कम सहायता की आवश्यकता होगी। कई किसानों ने पहले ही लाभ महसूस किया है, पानी की कम लागत और बिजली स्रोतों पर कम दबाव का अनुभव किया है।
वायु गुणवत्ता में सुधार
दिवाली के आसपास दिल्ली की आबोहवा इतनी जहरीली हो गई थी कि उसमें सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था। दिल्ली में प्रदूषण का सत्र लगातार बढ़ रहा था और इसका ठिकरा किसानों के सिर मुंडा जा रहा था कि किसान अपने खेतों में पराली जला रहे हैं जिसके कारण वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। लेकिन गेहूं की बिजाई होने के बावजूद भी दिल्ली की हवा में कोई सुधार नहीं हुआ। क्योंकि पराली के प्रदूषण से ज्यादा रोजाना के ट्रैफिक और शहरों में चल रही बड़ी-बड़ी फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैस इस प्रदूषण की प्रमुख वजह किसान बता रहे हैं। लेकिन बारिश के कारण वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा। धूल और प्रदूषक कम हो जाएंगे, जिससे हवा साफ होगी और लोगों को स्वच्छ हवा मिलेगी। आंकड़े बताते हैं कि हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिसका श्वसन स्वास्थ्य पर सीधा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आर्थिक लाभ
किसानों की आय में वृद्धि
फसल की पैदावार में सुधार के साथ, किसानों को बेहतर वित्तीय संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। बारिश से बढ़े मौसमों में आय में 40% तक की वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। कई किसान इस साल अपने वार्षिक मुनाफे को लेकर पहले से ही आशावादी हैं। साथ ही किसानों का कहना है कि अगर अगर यह बारिश जल्दी खुल जाए तो किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी अगर बारिश लगातार जारी रही और ओलावृष्टि हुई तो उनके लिए यह मुसीबत पैदा कर सकती है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
सकारात्मक प्रभाव कृषि से परे भी देखने को मिलेगा। किसानों द्वारा आपूर्ति और सेवाओं में निवेश करने से स्थानीय अर्थव्यवस्थाएं फलने-फूलने लगेगी। जिससे बाजारों में चहल-पहल बढ़ेगी और दुकानदारों के व्यापार में वृद्धि होगी।
चुनौतियाँ और सावधानियाँ
फसल क्षति की संभावना
फायदे के बावजूद, अत्यधिक बारिश से जलभराव हो सकता है, जो फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। पिछले अनुभवों से पता चला है कि जलभराव वाले खेत पैदावार को काफी कम कर सकते हैं। किसानों को इस जोखिम से निपटने के लिए उचित जल निकासी व्यवस्था का प्रबंध करना चाहिए। ताकि नुकसान से बचा जा सके।
यहां हो रही है बारिश
गुरुवार की देर रात मौसम ने करवट बदली और सोनीपत पानीपत रोहतक हिसार सहित हरियाणा के अनेक जिलों से बारिश होने की खबरें आ रही है। मौसम विभाग ने पहले ही हरियाणा के 16 जिलों में बारिश को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। मौसम विभाग ने पलवल, फरीदाबाद महेंद्रगढ़, चरखी ददरी, झज्जर, गुरुग्राम, रेवाड़ी,रोहतक, भिवानी, सोनीपत, मेवात को लेकर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है। वहीं अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, जींद, कैथल, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा में हल्की से मध्य में बारिश की संभावना जताई थी और सुबह से ही सभी जिलों में झमाझम बारिश देखने को मिल रही है।
सुखी ठंड से मिलेगी निजात
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी और उत्तरी हवाई चलने से हरियाणा पंजाब दिल्ली एनसीआर में शीतलहर का प्रकोप जारी था। सूखी ठंड की चपेट में आने से बच्चे बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी ठंड की चपेट में आने से बीमार हो रहे थे। लेकिन बारिश होने के बाद सूखी ठंड से लोगों को राहत मिलेगी और इस बारिश का उनके स्वास्थ्य पर काफी अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग ने पहले ही 27 28 दिसंबर के लिए अलर्ट जारी कर दिया था कि इस दौरान मौसम परिवर्तनशील रहेगा और हरियाणा के अधिकतर जिलों में बारिश होगी। साथ ही मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया था कि हरियाणा के कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है। लेकिन 29 दिसंबर से मौसम एक बार फिर शुष्क देखने को मिलेगा।
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