Haryana politics news update: Played in JJP before Ajay Chautala birthday
हरियाणा में नायब सैनी की सरकार निर्दलीय विधायकों की बैशाखी के सहारे , जजपा में फूट
हरियाणा न्यूज टूडे : हरियाणा में भाजपा जजपा गठबंधन की सरकार में मंगलवार को ऐसा खेला हुआ कि भाजपा जजपा गठबंधन टूट गया और मनोहर लाल को मुख्यमंत्री की कुर्सी तो दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला के जन्मदिन पर हिसार में होने वाली रैली से एक दिन पहले जैप में भी खेला हो गया। क्योंकि गठबंधन टूटते ही जननायक जनता पार्टी के विधायकों की मीटिंग दिल्ली में बुलाई गई थी परंतु उसे मीटिंग में जजपा के पांच विधायकों ने दूरी बनाए रखी। जिनमें से एक कैबिनेट मंत्री भी शामिल है।
13 मार्च को जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला का जन्मदिन हिसार के पुराने गवर्नमेंट कॉलेज मैदान में धूमधाम से मिलने की तैयारियां जोर-जोर से चल रही थी कि अचानक 1 दिन पहले ऐसा खेल हो गया कि करीब साढ़े 4 साल से हरियाणा की गठबंधन सरकार टूट गई। जननायक जनता पार्टी के नेता किस राशि के माध्यम से अपनी उपलब्धियां जनता के सामने रखने वाले थे कि भाजपा ने हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को जोर का झटका धीरे से दे दिया और बाहर का रास्ता दिखा दिया। यही नहीं भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी बदलकर उनकी जगह हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा के इस फैसले से पूर्व गृहमंत्री अनिल बीजेपी नाराज दिखे और वह भाजपा की विधायक दल की मीटिंग को बीच में ही छोड़कर अंबाला पहुंच गए जहां पर उन्होंने पहले तो एक रेहड़ी पर गोलगप्पे का स्वाद चखा और उसके बाद घर पर जाकर अपनी नातिन के साथ खेलते हुए नजर आए।
हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कैबिनेट में फिलहाल कुंवर पाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, रणजीत चौटाला, जेपी दलाल एवं डॉ. बनवारीलाल लाल को ही जगह मिली है। नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा की भाजपा सरकार अब निर्दलीय विधायकों की बैसाखी के सारे अपने टर्म को पूरा करने की कोशिश करेगी। लेकिन मंगलवार को दिनभरतार चाहिए रही कि भाजपा ने ऐसा फल बदला इसलिए किया है ताकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार से जनता में जो नाराजगी है उसे बदलाव करके इसका फायदा चुनाव में वोट से लिया जा सके।
हरियाणा न्यूज़ बकरीद 10 महीने पहले और 3 महीने पहले भाजपा जजपा गठबंधन टूटने की खबरें पहले ही प्रकाशित की जा चुकी है और मंगलवार को हरियाणा न्यूज़ की उन सभी खबरों पर मोहर लग गई कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा जजपा गठबंधन टूट जाएगा। साढ़े चार साल तक चली इस गठबंधन सरकार में दुष्यंत चौटाला हरियाणा के ऐसे पहले डिप्टी सीएम बन गए हैं जिन्होंने अब तक के मुख्यमंत्री का कार्यकाल सबसे ज्यादा समय तक बने रहने का रिकॉर्ड बनाया है। लेकिन इतनी लंबी पारी खेलने के बावजूद भी दुष्यंत चौटाला अपने विधायकों को अपने साथ ना रख सके। जैसे ही गठबंधन टूटा तो जननायक जनता पार्टी भी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
पूर्व मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, विधायक नैना चौटाला, अनूप धानक अमरजीत ढ़ांडा और रामकरण काला ही पहुंचे। लेकिन मनोहर लाल खट्टर सरकार में पंचायत मंत्री एवं टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली, नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग, रामनिवास सुरजा खेड़ा और ईश्वर सिंह विधायक दल की मीटिंग में नहीं पहुंचे और उन्होंने दूरी बनाए रखी क्योंकि जननायक जनता पार्टी के यह विधायक शुरू से ही अपनी पार्टी के बड़े नेताओं से नाराज चल रहे थे और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला साढ़े साल की सरकार में रहने के बाद भी अपने विधायकों की मांगों को पूरा नहीं कर पाए।
नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम अक्सर कहते रहे हैं कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अकेले-अकेले मलाई खा रहे हैं जबकि उनके विधायक सूखी रोटी के लिए भी तरस रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने गठबंधन में दरार आते ही ऐसा खेला खेला की भाजपा के आल्हा नेताओं से कह दिया कि दुष्यंत छोटा लगा इलाज कर दो मुझे मंत्री पद नहीं चाहिए और मैं भाजपा के साथ हूं।
भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूटने के बाद दोनों परियों के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाने से अब तक चुप्पी साधी हुई हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन बात नहीं मानी तो उन्होंने अकेले चुनाव लड़ने का मन बना लिया। लेकिन जननायक जनता पार्टी के नेताओं एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की तरफ से ऐसा कोई भी बयान सामने अब तक नहीं आया है कि जिसमें भाजपा पर गठबंधन टूटने पर किसी भी तरह का आरोप जड़ा गया हो।
आम लोगों में चर्चा है कि भाजपा और जजपा गठबंधन सरकार टूट गई हो या रहे इससे आने वाले चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। क्योंकि प्रदेश की जनता भली भांति जानती है कि चुनाव में जीत के बाद फिर से यह नेता भाजपा की गोदी में जाकर बैठने वाले हैं और चुनाव से पहले गठबंधन तोड़ना तो केवल प्रदेश के लोगों के के साथ ठगी करने के समान है। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला हर मां से कहते थे कि हरियाणा की भाजपा सरकार को यमुना पर भेज कर रहेंगे लेकिन 10 सिम मिलने के बाद वह तुरंत ही मनोहर लाल खट्टर की गोदी में जाकर बैठ गए और साढ़े 4 साल तक सत्ता का सुख भोगते रहे।
हरियाणा न्यूज पर खबर और विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें: – हैड आफिस इंचार्ज, सुनील कोहाड़ पत्रकार, हिसार। हरियाणा , 7015156567 ya mail id :- sunilkohar@gmail.com
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