Haryana Municipal Corporation Election 2025 Voting Date
हरियाणा में नगर निकाय चुनावों की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने पंचकूला में प्रेस वार्ता के दौरान चुनाव कार्यक्रम का खुलासा किया। 2 मार्च 2025 को मतदान होगा और 12 मार्च को मतगणना की जाएगी। इस चुनाव में 8 नगर निगमों, 21 नगर पालिकाओं और 4 नगर परिषदों के लिए चुनाव कराए जाएंगे।
चुनाव की घोषणा होते ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है। इसके तहत सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर सख्त नजर रखी जाएगी, और किसी भी राजनीतिक दल को प्रशासनिक लाभ उठाने की अनुमति नहीं होगी। चुनाव आयोग ने पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए विस्तृत तैयारियां शुरू कर दी हैं।
चुनाव कार्यक्रम
हरियाणा में नगर निकाय चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने विस्तृत कार्यक्रम जारी किया है:
- नामांकन प्रक्रिया: 11 फरवरी से 17 फरवरी 2025 तक (पानीपत को छोड़कर)
- नामांकन पत्रों की जांच: 18 फरवरी 2025
- नाम वापसी की अंतिम तिथि: 19 फरवरी 2025
- मतदान: 2 मार्च 2025
- मतगणना: 12 मार्च 2025
पानीपत में चुनाव की तिथियां अलग रखी गई हैं, जिनकी घोषणा बाद में की जाएगी।
नगर निकायों में चुनाव कहां-कहां होंगे?
नगर निगम चुनाव (मेयर और पार्षद)
हरियाणा के निम्नलिखित 8 नगर निगमों में मेयर और पार्षद पदों के लिए चुनाव होंगे:
- फरीदाबाद
- गुरुग्राम
- मानेसर
- हिसार
- करनाल
- पानीपत
- रोहतक
- यमुनानगर
मेयर उपचुनाव (केवल मेयर पद के लिए चुनाव)
- अंबाला
- सोनीपत
नगर पालिका चुनाव (अध्यक्ष और पार्षद चुनाव)
प्रदेश की 21 नगर पालिकाओं में भी चुनाव होंगे।
नगर परिषद चुनाव (अध्यक्ष और पार्षद चुनाव)
चार नगर परिषदों में भी चुनाव होंगे:
- पटौदी
- जटोली मंडी
- सिरसा
- अंबाला सदर
चुनाव प्रक्रिया और पारदर्शिता
चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सभी उम्मीदवारों को अपने आपराधिक, संपत्ति और देनदारी विवरण सार्वजनिक करने होंगे, जिन्हें समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाएगा।
ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया
नगर निगम और नगर पालिका चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का उपयोग किया जाएगा। वोटिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए CCTV कैमरों की तैनाती की जाएगी। संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार, इस चुनाव में लगभग 4,500 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे और 25,000 से अधिक कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा।
प्रमुख मुद्दे और चुनावी माहौल
हरियाणा में निकाय चुनाव आमतौर पर स्थानीय स्तर के विकास कार्यों, जल आपूर्ति, स्वच्छता, सड़क निर्माण और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर केंद्रित होते हैं। इन चुनावों में प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए यह जनता का मूड भांपने का मौका होगा।
प्रमुख राजनीतिक दलों की रणनीति
हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP), विपक्षी कांग्रेस (INC), जननायक जनता पार्टी (JJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
- BJP और JJP गठबंधन: हरियाणा में सत्तारूढ़ गठबंधन भाजपा और जेजेपी के लिए यह चुनाव एक परीक्षा की तरह है। नगर निकाय चुनाव में उनका प्रदर्शन आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी संकेत देगा।
- कांग्रेस: कांग्रेस राज्य में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और प्रशासनिक असंतोष को मुद्दा बना सकती है।
- AAP: आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनावों में पहली बार मजबूती से उतरने की तैयारी में है। दिल्ली और पंजाब के बाद हरियाणा में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश करेगी।
महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दे
हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में इन मुद्दों पर चुनावी बहस होगी:
1. बुनियादी ढांचा और विकास कार्य
हरियाणा के कई शहरों में सड़क, सीवरेज, जल निकासी और ट्रैफिक प्रबंधन जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। जनता ऐसे उम्मीदवारों को चुनना चाहेगी जो इन समस्याओं को हल कर सकें।
2. जल आपूर्ति और स्वच्छता
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता और सफाई व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
3. अवैध कॉलोनियों की समस्या
फरीदाबाद, गुरुग्राम और अन्य बड़े शहरों में अवैध कॉलोनियों को वैध करने की मांग तेजी से उठ रही है।
4. स्मार्ट सिटी परियोजनाएं
गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल, और पानीपत जैसे शहरों को स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है। चुनाव में यह एक प्रमुख मुद्दा होगा।
5. महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था
हरियाणा के कई शहरों में महिला सुरक्षा एक अहम चिंता का विषय है। जनता ऐसे उम्मीदवारों को चुनना चाहेगी जो सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर सकें।
चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए विशेष सुरक्षा उपाय किए हैं।
- संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे।
- CCTV कैमरों और वेबकास्टिंग के जरिए मतदान प्रक्रिया की निगरानी होगी।
- आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन किया जाएगा।
चुनाव प्रचार की रणनीति
अब जबकि आचार संहिता लागू हो चुकी है, राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियां बनानी शुरू कर दी हैं।
डोर-टू-डोर प्रचार
BJP, कांग्रेस और AAP जैसे दल मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित करने की कोशिश करेंगे।
सोशल मीडिया कैंपेन
डिजिटल प्रचार तेजी से बढ़ रहा है। WhatsApp, Facebook, Twitter और Instagram पर प्रचार अभियानों की बाढ़ आ जाएगी।
रैलियां और सभाएं
चुनावी जनसभाओं का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा, जहां नेता अपने एजेंडा और वादों को जनता के सामने रखेंगे।
हरियाणा में नगर निकाय चुनाव 2025 का ऐलान हो चुका है और सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। 2 मार्च को होने वाले मतदान में लाखों मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन चुनावों में जनता के सामने सबसे बड़ा सवाल यही रहेगा कि वे किसे अपना प्रतिनिधि चुनें। अब देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा राजनीतिक दल जनता का विश्वास जीतता है और हरियाणा के शहरी विकास की दिशा तय करता है।
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