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HARYANA NEWS TODAY : बाथरूम में गैस रिसाव से युवक की मौत; अंतिम संस्कार में पहुंचे दुष्यंत चौटाला

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HARYANA kaithal JJP leader’s son dies due to gas leakage in bathroom

कैथल में जेजेपी नेता के बेटे की बाथरूम में गैस रिसाव से मौत: 9 दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद दम तोड़ा

हरियाणा के कैथल जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता डॉ. प्रीतम सिंह कौलेखां के 22 वर्षीय बेटे सौमित्र की बाथरूम में गैस गीजर से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। सौमित्र 23 जनवरी को नहाने के लिए बाथरूम में गया था, लेकिन काफी देर तक बाहर न निकलने पर परिजनों को अनहोनी का अंदेशा हुआ। जब दरवाजा तोड़ा गया, तो वह बेहोश मिला। तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 9 दिन तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद 1 फरवरी की रात उसने अंतिम सांस ली। शनिवार को उसके पैतृक गांव कौलेखां में अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित दबड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।


घटना कैसे हुई?

23 जनवरी को सौमित्र रोजाना की तरह नहाने के लिए बाथरूम में गया था। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब सौमित्र बाहर नहीं निकला तो उसके परिवार के सदस्य चिंतत हो गए। उन्होंने दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला, उसके बाद खिड़की तोड़कर अंदर झांका गया। वहां सौमित्र अचेत पड़ा था। परिजनों ने उसे बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल ले गए।

screenshot_2025_0202_0644525311082183956567112 HARYANA NEWS TODAY : बाथरूम में गैस रिसाव से युवक की मौत; अंतिम संस्कार में पहुंचे दुष्यंत चौटाला

शुरुआत में उसे कैथल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि वह कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की चपेट में आ गया था, जिससे उसका शरीर ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा था। इसके चलते उसे वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन 9 दिन बाद, 31 जनवरी की रात करीब 1 बजे उसने दम तोड़ दिया।


बाथरूम में गैस गीजर से कैसे हुआ हादसा?

सर्दी के मौसम में गर्म पानी के लिए अधिकतर घरों में गैस गीजर का इस्तेमाल किया जाता हैं। लेकिन अगर बाथरूम में उचित वेंटिलेशन नहीं हो तो यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। गैस गीजर जलने के दौरान कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) गैस का उत्सर्जन करता है। यह गैस रंगहीन और गंधहीन होती है, जिससे इंसान इसे महसूस नहीं कर पाता।

बंद बाथरूम में अगर वेंटिलेशन की कमी हो, तो यह जहरीली गैस अंदर भर जाती है। लंबे समय तक इसे सांस के जरिए लेने पर व्यक्ति बेहोश हो सकता है और दम घुटने से मौत हो सकती है। यही सौमित्र के साथ भी शायद यही हुआ होगा।


गांव में शोक की लहर, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

सौमित्र के निधन की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। कैथल जिले के गांव कौलेखां में मातम छा गया। 1 फरवरी को हुए अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। जेजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी गांव पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की।

screenshot_2025_0202_064208588451105953844080 HARYANA NEWS TODAY : बाथरूम में गैस रिसाव से युवक की मौत; अंतिम संस्कार में पहुंचे दुष्यंत चौटाला

नेताओं और स्थानीय लोगों ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। सौमित्र के पिता डॉ. प्रीतम सिंह कौलेखां हरियाणा में जेजेपी के अनुसूचित जाति (SC) सेल के प्रदेश प्रभारी हैं। उन्होंने दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा, हालांकि दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।


सौमित्र की शिक्षा और भविष्य की योजनाएं

सौमित्र पढ़ाई में होशियार था और अपने करियर को लेकर बेहद गंभीर था। उसने राजकीय महाविद्यालय कैथल से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी और इन दिनों प्रतियोगी परीक्षाओं (कंपीटिशन एग्जाम) की तैयारी कर रहा था।

उसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। बड़ी बहन वकालत कर रही है, जबकि छोटा भाई पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है।


प्रीतम सिंह कौलेखां का राजनीतिक सफर

डॉ. प्रीतम सिंह कौलेखां हरियाणा की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं। वे कलायत में स्थित श्री रैदास तख्त के प्रधान भी हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जेजेपी की टिकट पर कलायत विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। उन्हें लगभग 5,000 वोट मिले थे।

इससे पहले 2004 में वे इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं। उस समय कांग्रेस की गीता भुक्कल ने उन्हें हराया था।


गैस गीजर से हादसों से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां

गैस गीजर के कारण होने वाली दुर्घटनाएं आमतौर पर वेंटिलेशन की कमी के कारण होती हैं। इनसे बचाव के लिए कुछ अहम उपाय अपनाने जरूरी हैं:

  1. अच्छा वेंटिलेशन: बाथरूम में एक्जॉस्ट फैन लगवाएं या खिड़की खुली रखें, ताकि गैस बाहर निकल सके।
  2. गैस गीजर का सही स्थान: इसे बाथरूम के अंदर लगाने के बजाय, बाहर खुले स्थान पर लगवाएं और पाइप के जरिए गर्म पानी अंदर लाएं।
  3. CO डिटेक्टर: कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर लगवाएं, जो इस गैस का स्तर बढ़ने पर अलार्म बजाकर सतर्क कर सकता है।
  4. गीजर का रखरखाव: समय-समय पर गैस गीजर की जांच करवाएं और लीकेज होने पर तुरंत इसे ठीक कराएं।
  5. लंबे समय तक न रहें: अगर गैस गीजर बाथरूम में है, तो अधिक देर तक नहाने से बचें और बार-बार दरवाजा खोलकर ताजा हवा अंदर आने दें।

 

कैथल में हुई इस दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। सौमित्र का असमय निधन पूरे परिवार के लिए गहरा सदमा है। यह हादसा एक बार फिर यह चेतावनी देता है कि गैस गीजर का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए। सही वेंटिलेशन और सुरक्षा उपाय अपनाकर इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है।

परिवार के सदस्यों, दोस्तों और गांववासियों के लिए सौमित्र की मौत अपूरणीय क्षति है। उनके सपने अधूरे रह गए, लेकिन इस दुखद घटना से सबक लेते हुए हमें अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।

 

ैस गीजर का उपयोग करते समय सुरक्षा का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उचित सावधानियों के अभाव में कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) जैसी खतरनाक गैसों का उत्सर्जन हो सकता है, जो रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होती है।स गैस का उच्च स्तर पर संपर्क जानलेवा हो सकता है।citeturn0search1 गैस गीजर से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ अपनाएँ:

  1. उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें:
    • ाथरूम या उस स्थान पर जहां गैस गीजर स्थापित है, उचित वेंटिलेशन होना चाहिए।िड़कियाँ खुली रखें या एग्जॉस्ट फैन का उपयोग करें, ताकि गैसों का निष्कासन हो सके।citeturn0search7
  2. नियमित निरीक्षण और रखरखाव:
    • ैस गीजर की नियमित रूप से जाँच करवाएँ और सुनिश्चित करें कि सभी हिस्से सही से काम कर रहे हैं।ीकेज या अन्य समस्याओं के लिए प्रमाणित तकनीशियन से निरीक्षण करवाएँ।
  3. कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर का उपयोग:
    • र में CO डिटेक्टर लगाएँ, जो गैस के उच्च स्तर का पता लगाकर अलार्म बजाएगा।ह विषाक्तता के जोखिम को कम करने में मदद करता है।citeturn0search9
  4. उचित स्थापना:
    • ैस गीजर को प्रमाणित पेशेवर से स्थापित करवाएँ और सुनिश्चित करें कि गैस लाइन और वेंट पाइप सही तरीके से जुड़े हों।
  5. सही ईंधन का उपयोग:
    • ैस गीजर में केवल निर्दिष्ट ईंधन का ही उपयोग करें और किसी अन्य प्रकार के ईंधन का प्रयोग न करें।
  6. लक्षणों की पहचान:
    • O विषाक्तता के लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर आना, मितली, उल्टी, सीने में दर्द, और भ्रम शामिल हैं।दि ये लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ताजा हवा में जाएँ और चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।citeturn0search9
  7. बच्चों और पालतू जानवरों की सुरक्षा: Gas गीजर के आसपास बच्चों और पालतू जानवरों को न आने दें, ताकि किसी दुर्घटना का जोखिम न हो। न सावधानियों का पालन करके, गैस गीजर से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए, आप नीचे दिया गया वीडियो देख सकते हैं:
  8. Gas गीजर के आसपास बच्चों और पालतू जानवरों को न आने दें, ताकि किसी दुर्घटना का जोखिम न हो। न सावधानियों का पालन करके, गैस गीजर से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए, आप नीचे दिया गया वीडियो देख सकते हैं।

 

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