Haryana Evening News Today:
हरियाणा में शिक्षा विभाग के 5000 पद खत्म होंगे : गैर-शिक्षण कर्मचारियों की लिस्ट बनेगी
हरियाणा सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की संख्या को बेहतर ढंग से व्यवस्थित करने के लिए रेशनलाइजेशन (संशोधन) किया है। अब सरकार गैर-शिक्षकीय (जो पढ़ाते नहीं हैं) कर्मचारियों की संख्या कम करने की तैयारी कर रही है। इसी कारण मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने शिक्षा विभाग से यह जानकारी मांगी है कि वहां कितने गैर-शिक्षकीय कर्मचारी काम कर रहे हैं। इसके बाद पांच हजार से ज्यादा पद खत्म किए जा सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में ऐसे कर्मचारियों का ब्योरा भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा निदेशालय की ओर से एससीइआरटी गुरुग्राम और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची मांगी गई है। एचआरएमई-1 और एचआरएमई-2 शाखा से संबंधित अधीक्षक, उप अधीक्षक, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर, जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर, स्टेनो टाइपिस्ट, सहायक, सांख्यिकी सत्ययक, ड्राइवर, लैब अटेंडेंट और लिपिक की जानकारी देने को कहा जा चुका है।
बरवाला में ईंट मारकर पति की हत्या, शराब के नशे में महिला ने अपने पति का किया मर्डर
महिला बाल विकास एवं सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी जी आज मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जी की अध्यक्षता में आयोजित हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 56वीं बैठक में सम्मिलित हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश में जल संसाधनों के समुचित प्रबंधन, बाढ़ नियंत्रण और सूखा राहत कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा हरियाणा सरकार जल संरक्षण और आपदा प्रबंधन को प्राथमिकता देते हुए ठोस कदम उठा रही है। प्रदेशवासियों के हित में लिए जा रहे महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सोनीपत में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या,
हरियाणा सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बंदूक और गैंग संस्कृति को बढ़ावा देने वाले गानों को हटाना शुरू कर दिया है। इसके तहत मासूम शर्मा के “खटोले 2” और “60 मुकदमे” जैसे कई गाने यूट्यूब से हटा दिए गए हैं। इसके अलावा “कोर्ट में गोली” जैसे गाने भी यूट्यूब से हटा दिए गए हैं।
उचाना से विवाहिता पति को सोता छोड़ फरार,
दिल्ली: AAP के हरियाणा अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने स्वर्ण मंदिर की घटना पर कहा, “यह बहुत दुखद विषय है। स्वर्ण मंदिर जैसी पवित्र जगह पर यदि कोई व्यक्ति श्रद्धालुओं के ऊपर हमला करता है तो उसे अवश्य सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। भविष्य में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो…”
चाचा ने डेढ़ साल के भतीजे को उतारा मौत के घाट,
BREAKING 25 दिन बंद रहेगी फतेहाबाद ब्रांच नहर, कल से शहर में एक समय मिलेगी सप्लाई, ढाई घंटे ही मिल पाएगा पानी
हिसार जिले में फसल बीमा घोटाला, जांच के आदेश
Hisar News : हिसार जिले के किरतान गांव में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत फसल बीमा में एक संदिग्ध धोखाधड़ी सामने आई है, जहां जमीन के मालिक किसानों का आरोप है कि अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी सहमति के बिना उनकी फसलों का बीमा कराया है। कृषि विभाग में दर्ज शिकायतों से पता चलता है कि किसानों द्वारा अपनी जमीन पर गेहूं और सरसों की खेती करने के बावजूद चना जैसी फसलों का बीमा किया गया है।संदिग्ध धोखाधड़ी में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) या बीमा एजेंसियों में जमा किए गए जाली किरायेदार प्रमाण पत्रों का उपयोग करके दावा किया जाता है कि जमीन को खेती के लिए पट्टे पर दिया गया है।
भूप सिंह, एक किसान जिसने अपने चार एकड़ के भूखंड पर सरसों और गेहूं बोया था, को पता चला कि उसकी जमीन का बीमा चना के लिए किया गया था। “मेरे पास किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) भी नहीं है और मैंने पहले कभी अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया है। मैं यह जानकर हैरान हूं कि किसी ने इस रबी सीजन में मेरी जमीन का बीमा कराया है,” उन्होंने कहा, उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी जमीन किसी को पट्टे पर नहीं दी है। इसी तरह, सात एकड़ खेत वाले एक अन्य किसान सूरजभान ने कहा कि जब उन्होंने अपनी सरसों और गेहूं की फसलों का बीमा कराने का प्रयास किया तो वे हैरान रह गए।
उन्होंने कहा, “मुझे सीएससी संचालक ने बताया कि मेरी जमीन पहले से ही चना की फसल के लिए बीमाकृत है।” राजेंद्र और गांव के कई अन्य किसानों ने भी इसी तरह के अनुभव बताए। ग्रामीणों ने उन व्यक्तियों द्वारा बीमाकृत कृषि भूमि के टुकड़ों की एक सूची तैयार की है जो गांव या हिसार के निवासी नहीं हैं। एक ग्रामीण ने कहा, “हमने किसानों को उनकी फसलों की बीमा स्थिति के बारे में सचेत करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुपों पर जानकारी साझा की है,” उन्होंने कहा कि लगभग 200 किसान प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा, “हमारे गांव में किसी ने भी बाहरी लोगों को जमीन पट्टे पर नहीं दी है।” कृषि उप निदेशक (डीडीए) राजबीर सिंह ने शिकायतें मिलने की पुष्टि की और जांच के आदेश दिए हैं। “प्रभावित किसानों की सूची बीमा फर्म को भेज दी गई है, जो डेटा का सत्यापन कर रही है। अगर फसलों का गलत तरीके से बीमा किया गया है, तो बीमा राशि वापस कर दी जाएगी,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसान आगे की कार्रवाई करना चाहते हैं तो वे आपराधिक कार्यवाही के लिए पुलिस से संपर्क कर सकते हैं।गौरतलब है कि पहले भी इसी तरह की धोखाधड़ी हुई है, जहां पंजीकरण के दौरान किसानों के बैंक खाते और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके फसलों का बीमा किया गया था। सूत्रों ने बताया कि भिवानी जिले के रोहनात गांव में पीएमएफबीवाई के तहत इसी तरह के घोटाले के लिए करीब 100 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
जिस गांव का मामला जानकारी में आया है उसमें 1500 एकड़ में सरसों की फसल का बीमा किया हुआ है जबकि पटवारी की गिरदावरी पूरी होने पर पता चला कि उसे गांव में केवल 235 एकड़ सरसों की बिजाई की हुई है एक कॉमन सर्विस सेंटर से लगभग 750 फर्जी बीमा कटे हुए हैं जो की सारी जमीन ठेके पर दिखाई गई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि नागरिकों को बेहतर रिहायशी वातावरण देने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा पहले चरण में पंचकूला के कोट बिल्ला शहरी परिसर में सेक्टर-14-16, 22 और पिंजौर-कालका में सेक्टर-23 को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को घाटे से उबारने का काम किया है। अब यह शहरी संपदाओं में 41 सेक्टरों में भूमि अधिग्रहण कर रहा है। यह भूमि अधिग्रहण ई-भूमि पोर्टल अथवा लैंड पूलिंग नीति के माध्यम से किया जाएगा।
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