हरियाणा चुनाव की तारीख में बदलाव, मतदान और मतगणना की तारीख में बदलाव, कांग्रेस बोली भाजपा के इशारे पर चल रहा है चुनाव आयोग
Change in the date of Haryana elections, change in the date of voting and counting, Congress said Election Commission is working at the behest of BJP – Haryana assembly election 2024 polling date
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान और मतगणना की तारीख में चुनाव आयोग ने बदलाव किया है। चुनाव आयोग ने मतदान और मतगणना को चार-चार दिन आगे बढ़ा दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि वह जन भावनाओं का आदर करता है और इससे पहले भी चुनाव की तारीख को में फिर बदल किया जा चुका है। आपको बता दे कि भाजपा और इनेलो ने चुनाव आयोग से चुनाव की तारीख को में बदलाव करने की मांग की थी।
सुनो आयोग की तरफ से हवाला दिया गया है कि राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पार्टियों ने हवाला दिया था कि 1 अक्टूबर के आसपास वीकेंड छुट्टियां चल रही है जिसकी वजह से मतदान में काफी कमी हो सकती है और गुरु जंभेश्वर के कार्यक्रम का भी हवाला दिया था। इसके साथ ही बिश्नोई समाज ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा था कि आसोज माह की अमावस्या पर 2 अक्टूबर को हिसार, फतेहाबाद और सिरसा के हजारों बिश्नोई परिवार राजस्थान के मुकाम में पहुंचेंगे। क्योंकि इस दिन बिश्नोई समाज के लोग गुरु जंभेश्वर की याद में वार्षिक उत्सव मनाते हैं और इसकी वजह से वह मतदान करने से वंचित रह सकते हैं। चुनाव आयोग ने भाजपा और इनेलो शाहिद बिश्नोई समाज की मांग पर चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर की जगह 5 अक्टूबर को मतदान की तारीख निर्धारित की है साथ ही मतगणना अब 4 अक्टूबर की बजाय 8 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर की मतगणना के साथ होगी।
चुनाव आयोग ने कहा कि इससे पहले भी 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान रविदास जयंती को देखते हुए चुनाव की तारीख में बदलाव किया गया था। आयोग का कहना है कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए और लोगों की भावनाओं को समझते हुए चुनाव की तारीखों में बदलाव किया जा सकता है। सुनो आयोग हर बार लोगों से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील करता है और मतदान कम होने के कर्म का पहले से पता चल जाए और तारीखों में बदलाव न किया जाए तो यह चुनाव आयोग की गलती होती , लेकिन चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की गलती नहीं करना चाहता। जिससे मतदान प्रभावित हो।
चुनाव आयोग ने हवाला दिया कि मणिपुर विधानसभा चुनाव के दौरान भी ईसाई समुदाय की प्रेयर दिन होने के चलते चुनाव की तारीख में बदलाव किया गया था साथ ही पिछले साल राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान देवउठनी एकादशी के चलते मतदान की तारीख बदली जा चुकी है ऐसे में हरियाणा में तारीख बदलने कोई नई बात नहीं है।
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के सारे पर काम कर रहा है इससे साबित होता है कि बीजेपी हार मान चुकी है और चुनाव से भाग रही है। उन्होंने कहा की छुट्टियों में भी चुनाव होता है और चुनाव के दिन भी छुट्टी होती है इसलिए चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाने की वजह पहले भी किया जा सकता था लेकिन चुनाव आयोग ने भाजपा को चार दिन का जीवनदान दे दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था और जिस दिन उन्होंने पत्र लिखा था उसे दिन नहीं उन्होंने अपनी हार मान ली थी। उन्होंने कहा कि भाजपा अपना जन आधार खो चुकी है और चुनाव की तारीख बदलने से चुनावी परिणाम पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री एवं सुरक्षा से सांसद कुमार सैलजा ने कहा कि इससे चुनाव परिणाम नहीं बदलने वाले बल्कि भाजपा के खिलाफ और माहौल बदलेगा।
Share this content:
Discover more from Haryana News Today
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Post Comment