Budana Mahapanchayat, Khaps take tough stand on Budana double murder case, and warns police administration
बुडाना महापंचायत में पहुंची प्रदेश की खापें, प्रशासन को दिया अल्टीमेटम
Narnaund News : हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव बुडाना डबल मर्डर मामले को लेकर राखी बारह खाप के आह्वान पर गांव बुडाना में प्रदेश की कई खापों की एक महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में सभी खाप प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन की ढिली कार्रवाई के प्रति रोष जताया और कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पुलिस प्रशासन को चेतावनी दे डाली। खाप के पूर्व प्रधान सुरेश कोथ ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने इस डबल ब्लाइंड मर्डर मामले के मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की तो वह डीसी कार्यालय का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे।
बारह खाप के पूर्व प्रधान रामपाल जांगड़ा की अध्यक्षता में हुई बुडाना महापंचायत
गांव बुडाना में हुए डबल मर्डर मामले में इन हत्याकांड के मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और ठोस कार्रवाई की मांग को लेकर गांव के ग्रामीण पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में लीपापोती करने में लगा हुआ है। इसको लेकर बुधवार को बुधवार को ग्रामीणों ने खापों की महापंचायत बुलाई थी। इस महापंचायत का आयोजन राखी बारह खाप के पूर्व प्रधान रामपाल जांगड़ा की अध्यक्षता में किया गया।
खाप प्रतिनिधियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
बुडाना महापंचायत में खाप प्रतिनिधियों ने बुडाना डबल मर्डर मामले में पुलिस प्रशासन की ढिली कार्रवाई पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि हांसी पुलिस और हरियाणा सरकार इस मामले को नजर अंदाज कर रही है। जबकि एक व्यक्ति और एक महिला की बिना किसी दुश्मनी व कहासुनी के निर्मम तरीके से हत्या की गई है। हथियारों का इन हथियारों के पीछे क्या मकसद था इसका खुलासा भी पुलिस ने 40 दिन भी जाने के बावजूद भी आज तक नहीं किया है। वही इन दोनों हत्याओं का मास्टरमाइंड आज तक भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और खुलेआम घूम रहा है।
दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले ने उड़ाया ग्रामीणों और समाज का मजाक
खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि पुलिस ने जिस आरोपित को गिरफ्तार किया है और पुलिस रिमांड पर लेने के बावजूद भी उसके चेहरे पर कोई पछतावा या दोहरे मर्डर करने के बाद भी चेहरे पर सिकन नाम की कोई चीज देखने को नहीं मिली । जबकि पुलिस की मौजूदगी में जब उसे गांव में निशान दही के लिए लाया गया तो वह बालों में हाथ मारकर ग्रामीणों का मजाक उड़ा रहा था। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस ने आरोपित पर नरमी दिखाई है और पुलिस रिमांड के दौरान उससे कोई सख्ती से पेश नहीं आया गया। वही आरोपित की सहयोगी रहे उसके माता-पिता को जमानत मिलना भी पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है।
पुलिस समय पर कार्रवाई कर जयबीर के हत्यारों को पकड़ लेती तो नहीं होता कृष्णा का मर्डर
खाप प्रतिनिधियों ने कहा अगर पुलिस समय रहते जयबीर के हत्यारे को गिरफ्तार कर लेती तो कृष्ण का मर्डर नहीं होता। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जयबीर की हत्या के बाद ग्रामीणों द्वारा सीसीटीवी फुटेज मूवी या करवाने के बावजूद भी पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जिससे आरोपित के हौसले बुलंद हो गए और उसने 10 दिन में ही दूसरे मर्डर की वारदात को अंजाम दे दिया। इस खाप महापंचायत में सतरोल खाप, रोघी खाप, कापड़ो पंचग्रामी खाप, नौगामा खाप, महम चौबीसी खाप, पूनिया खाप सहित प्रदेश की अनेक खाप प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेकर अपने विचार रखें। वहीं इस खाप महापंचायत में अनेक पहलवानों और किसान संगठनों में भी हिस्सा लिया और चेतावनी जी की अगर जल्दी पुलिस ने इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की तो वह कोई बड़ा निर्णय लेने के लिए मजबूर होंगे और इसकी जिम्मेवार पुलिस और हरियाणा सरकार होगी।
महापंचायत से पहले पुलिस के रुख में आई नरमी
महापंचायत से पहले एसपी ने ग्रामीणों को मिलने बुलाया
गांव बुडाना में आयोजित खाप महापंचायत शुरू होने से पहले ही हांसी के एसपी ने गांव में धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की कमेटी को मिलने के लिए बुलाया और आश्वासन दिया कि पुलिस इस मामले में ठोस कार्रवाई कर रही है और आगे भी करती रहेगी बस ग्रामीण उन्हें कुछ समय दें। जबकि खाप महापंचायत में संबोधन कर रहे प्रतिनिधियों द्वारा बार-बार कहा जा रहा था कि पुलिस और पुलिस के आला अधिकारी ग्रामीणों की कोई नहीं सुन रहा और ना ही उन्हें मिलने के लिए समय दे रहे हैं। प्रतिनिधियों का आरोप है कि जब सपा को इस बात का एहसास हो गया कि इस महापंचायत में केवल एक गांव के ही नहीं बल्कि हरियाणा बल्कि खापों ने आना शुरू कर दिया है तो पुलिस अधीक्षक ग्रामीणों की बात सुनने के लिए मजबूर हो गए और उन्हें मजबूरन ग्रामीणों को आश्वासन देना पड़ा।
पहले एसपी नहीं दे रहे थे मिलने का समय
उन्होंने कहा कि एसपी का रुख पहले की अपेक्षा आज नरम देखने को मिला है। जो ग्रामीणों को मिलने का समय तक नहीं दे रहा था आज उसने खुलकर ग्रामीणों से बातचीत की है और इस मामले में ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है। पुलिस ने जांच करने के लिए समय मांगा है और अगर पुलिस फिर भी कार्रवाई नहीं करती तो ग्रामीण खाप प्रतिनिधियों के साथ मिलकर हिसार जिला उपायुक्त के कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर पुलिस ने इस मामले में अब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। क्योंकि अपराध करने वाला अपराधी ना ही तो किसी एक जाट का होता है और ना ही किसी एक धर्म का होता है बल्कि वह अपराधी होता है और अपराध करने के लिए वह ना ही तो कोई जात देखा है और ना ही कोई धर्म देखा है।
देखने लायक होगा आने वाला समय
अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर नरमी दिखाई है या वह वाक्य में इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई करने वाले हैं यह तो आने वाला समय ही बताया कि पुलिस इस मामले के मास्टरमाइंड तक पहुंच पाती है या नहीं। क्योंकि दोनों हत्याओं को हुए एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है जबकि जयवीर की हत्या को हुए डेढ़ महीना हो गया है। लेकिन अभी तक दोनों मर्डर के मामले में पुलिस जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति करने में लगी होने के ग्रामीण और खाप प्रतिनिधियों द्वारा बार-बार आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। लेकिन इतना जरूर है कि इस महापंचायत का संदेश सरकार तक जरूर पहुंच गया होगा।
इस महापंचायत में आए कुछ लोग आपस में बातचीत कर रहे थे कि सरकार के दखल के कारण पुलिस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रही तो कुछ का कहना और ही था अब इस मामले में सच्चाई क्या है यह तो पुलिस जानती या ग्रामीण जानते हैं। लेकिन इतना जरूर है कि इसके पीछे भी राजनीति हो रही है वह चाहे ग्रामीणों की राजनीति हो या बड़े लेवल की।
बुडाना महापंचायत में उठा जींद का मुद्दा
बुडाना गांव में आयोजित महापंचायत में जींद जिले के गांव जजवान के युवक के सड़क हादसे में मौत का मामला भी उठा। पंचायत प्रतिनिधियों के पास बार-बार नरवाना और जा जजवान गांव से फोन आ रहे थे कि मृतक के पोस्टमार्टम के लिए कोई भी पुलिस का आइओ नरवाना सिविल हॉस्पिटल नहीं पहुंच रहा। फोन सुनने के बाद आपके पूर्व प्रधान सुरेश को अपने मन से सीआईडी और सिक्योरिटी के कर्मचारियों को कहा कि अगर जल्द ही संबंधित थाने के पुलिस या आयोग नरवाना के सिविल हॉस्पिटल नहीं पहुंचा और मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया तो यह खाप प्रतिनिधि वहां पर भी जा सकते हैं। इसके बाद पंचायत में मौजूद सीआईडी के कर्मचारियों ने जींद पुलिस से संपर्क साधा और सड़क हादसे में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए जींद पुलिस को भेजा। उसके बावजूद भी मंच से बार-बार अनाउंसमेंट किया गया कि चौकी इंचार्ज तो पहुंच गया है लेकिन आइओ अभी तक भी नहीं पहुंचा। जबकि बाइक सवार का एक्सीडेंट मंगलवार की शाम को हुआ था और बुधवार दोपहर तक उसके पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाने का आरोप लगाया गया। बुडाना महापंचायत के अंत में फैसला सुनाते हुए सुरेश कोथ ने कहा कि पुलिस अधीक्षक से मिलकर आई कमेटी के फैसले पर विचार करने के बाद फैसला लिया गया कि पुलिस को कुछ समय दिया जाए। क्योंकि पुलिस अधीक्षक ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आरोपित को पूछताछ के लिए दोबारा से लाया जाएगा और उसे इस बार सख्ती से पूछताछ की जाएगी। वही जयबीर की हत्या में शामिल एक आरोपित को पुलिस ने महापंचायत से पहले दिन ही हिरासत में ले लिया है।
महापंचायत में ये रहे मौजूद
इस महापंचायत में बारह खाप के पूर्व प्रधान रामफल जांगड़ा, राजकुमार राखी, महम चौबीसी के प्रवक्ता बलवंत सिंह आर्य, पूनिया खाप सतबीर पूनिया, रामकरण दलाल, जोगिंद्र फौजी पहलवान सीसर, उमेद सिंह जागलान नौगामा खाप, पवन लीगल एडवाइजर,, सुमेर डाटा रोघी खाप, पंचग्रामी कापड़ो के प्रधान डॉ राजेश पनिहारी, सतरोल खाप से पूर्व सरपंच रामफल पाली, शीलू लोहान, फुल कुमार पेटवाड़, प्रदीप मिर्चपुर, उमेद छान, संपूर्ण, राजबीर, बिन्दर, सतीश चाहार, रणधीर मिलकपुर, जिला पार्षद दिनेश श्योराण, भैणी अमीरपुर के सरपंच प्रीतम सिंह लोहान, मास्टर चंद्र प्रकाश मिर्चपुर, संदीप भारती इत्यादि हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
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