Hansi cattle farmers lost their sleep
एक साल बाद हांसी के पशु पालकों में मचा हड़कंप
हांसी शहर में अढ़ाई हजार के करीब गोवंश को पकडऩे की नगर परिषद ने कमर कस ली है। नगर परिषद ने शहर में पशु पकड़ो अभियान शुरू कर दिया है। भिवानी की एजेंसी ने शहर में पशु पकडऩे शुरू किए। आज तक करीब 50 गोवंश पकड़ कर तोशाम रोड स्थित श्री हरियाणा गोशाला में छोड़े गए है।
ठेकेदार के कर्मचारियों ने सिसाय पुल के पास बरवाला बाईपास रोड पर पशु पकडऩे की शुरूआत की थी और अब तक बैंक कालोनी, रूपनगर कालोनीा आदि स्थानों पर पशु पकड़े गए है। इससे पहले नगर परिषद द्वारा चलाए गए सभी पशु पकड़ो अभियान फ्लॉप हुए थे, अब देखना है कि क्या ये अभियान सिरे चढ़ पाएगा।
नगर परिषद की टेंडर प्रक्रिया के अनुसार अब शहर में लगातार एक साल तक पशु पकड़ो अभियान जारी रहेगा। पशु पकडऩे से लेकर गौशाला में पशु छोडऩे तक की नगर परिषद के कर्मचारियों ने वीडियोग्राफी भी है। अगर पशु पकड़ो अभियान कामयाब हुआ तो शहर की करीब 1 लाख जनता को बड़ी राहत मिलेगी। 3 जनवरी को भिवानी की फर्म को टेंडर अलॉट हुआ। इसके बाद 7 जनवरी को वर्क ऑर्डर जारी किया गया और अब 23 जनवरी को एजेंसी ने कार्य शुरू कर दिया है।
बता दें कि नगर परिषद काफी लंबे समय से शहर में पशु पकडऩे का टेंडर लगाता आ रहा था, लेकिन विभागीय कारणों से अब तक इस टेंडर की प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ रही थी। अप्लाई करने वाली एजेंसी बहुत ही कम रेट पर टेंडर लेने को तैयार हो जाती थी। टेंडर प्रक्रिया के अनुसार सबसे कम रेट पर वाली फर्म को ही टेंडर देना होता है। वहीं हद से ज्यादा कम रेट लगने पर नगर परिषद को टेंडर रद्द करने पड़े थे।
फिलहाल भिवानी की एजेंसी ने शहर में पशु पकडऩे शुरू कर दिए हैं। हांसी शहर में करीब ढ़ाई से तीन हजार तक बेसहारा पशुओं संख्या है। जो शहर की सडक़ों व गलियों में भटकते रहते हैं। सडक़ों पर बेसहारा पशुओं के झुंड से न केवल हादसों का डर बना रहता। कई बार ये पशु हिंसक भी होकर लोगों को चोट तक मार चुके हैं। नगर परिषद की ओर से चलाए गए सभी पशु पकड़ो अभियान फ्लॉप हो चुके हैं। अब देखते हैं क्या ये अभियान सिरे चढ़ पाएगा या नहीं।
हांसी शहर में हर चौक-चौराहों, बाजारों सहित मोहल्लों में सांडों व बेसहारा गायों घूमती रहती है। टेंडर प्रक्रिया के अनुसार ठेकेदार को प्रति पशु पकडऩे के 1800 रुपये का भुगतान किया जाएगा। पशु पकडक़र गौशाला में छोडऩे होंगे। निर्धारित समय में ठेकेदार जितने भी पशु पकड़ेगा उसको 1800 के हिसाब से रुपयों का भुगतान किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया के अनुसार एजेंसी के ठेकेदार को नगर परिषद की 23 शर्तें माननी होगी। अगर पशु पकड़ते वक्त कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो उसका जिम्मेदार खुद ठेकेदार होगा। इस कार्य के दौरान नगर परिषद के अधिकारी भी उनकी निगरानी करेंगे।
हांसी शहर में बेसहारा पशुओं को पकडऩे का अभियान शुरू हो चुका है। भिवानी की एजेंसी ने पशु पकडऩे शुरू कर दिए हैं। पहले दिन 30 बेसहारा पशु पकड़े गए हैं। जिनको तोशाम रोड स्थित श्री हरियाणा गोशाला में छोड़ा गया है। जहां पर इन पशुओं के रखने की उचित व्यवस्था है। एक साल का टेंडर है। पहले दिन सिसाय पुल से बरवाला बाईपास पर पशुओं को पकड़ा गया है। संजय कुमार, एसआई, नगर परिषद, हांसी।
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