हिसार जिले में उड़ रही सरकारी आदेशों की धज्जियां, स्कूल बस के बोनट व चालक के पास बैठे मिले डेढ़ दर्जन छात्र

 haryana Government orders are being flouted in Hisar district, one and a half dozen students were found sitting on the bonnet of the school bus and near the driver

Screenshot_2024_0412_070943 हिसार जिले में उड़ रही सरकारी आदेशों की धज्जियां, स्कूल बस के बोनट व चालक के पास बैठे मिले डेढ़ दर्जन छात्र
स्कूल बस के बोनट पर बैठे छात्र।


हरियाणा न्यूज टूडे सुनील कोहाड़। 

हिसार की ताजा खबर: ईद के दिन सरकारी अवकाश के बावजूद भी स्कूल खुले हुए थे। जिसमें एक बस में 50 विद्यार्थियों की क्षमता थी और उसमें 75 के करीब विद्यार्थियों को बैठाया गया था। 16 विद्यार्थी चालक के इर्द-गिर्द बैठे मिले। कुछ बसों के चालक न तो वर्दी में थे और न ही मीट बेल्ट लगाए हुए थे विद्यार्थियों को स्कूल से घर ले जा रही कई स्कूल की बसों में सहायक तक भी नहीं थे। न ही अग्निश्मन यंत्र थे और जो ते वे एक्सपायरी डेट के थे। बसों में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे भी टूटे हुए थे। 

Screenshot_2024_0412_071129 हिसार जिले में उड़ रही सरकारी आदेशों की धज्जियां, स्कूल बस के बोनट व चालक के पास बैठे मिले डेढ़ दर्जन छात्र

स्कूली बसों की पड़ताल संवाददाताओं की टीम ने की। ईद-उल-फितर के दिन सरकारी अवकाश के बावजूद जिले के कई निजी स्कूल खुले थे। कनीना में स्कूल बस हादसे के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों को निरीक्षण किया। इस दौरान कई स्कूलों में विद्याभर्थी नियमित रूप से पढ़ाई करते हुए मिले। इसके बाद विभाग की तरफ से चार स्कूल संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 

बस में नहीं मिला फर्स्ट एड बॉक्स

होली एंजेल स्कूल की एक बस को पुलिस कर्मचारियों ने चेक किया। जांच के दौरान चालक न तो सीट बेल्ट लगाए हुए था न ही बस से बच्चों को उतारने के लिए सहायक था। बस में चालक के अलावा विद्यार्थी थे। जब पुलिस कर्मचारियों ने चालक से फर्स्ट एड बॉक्स मांगा तो वह दिखा नहीं पाया। बस में अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे भी बंद मिले। पुलिस ने बस के नंबर को अपने रजिस्टर में दर्ज किया।

नहीं लिखे थे पुलिस के नंबर

मॉर्निंग स्टार पब्लिक स्कूल की बस के बाहर न तो पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर लिखा हुआ था और न ही एबुलेंस सेवा का कोई नंबर था। बस में चालक ने सीट बेल्ट भी नहीं पहनी हुई थी। इसके अलावा बस के अंदर रखा हुआ अग्निश्मन यंत्र भी एक्सपायरी डेट का मिला। बस के अंदर सहायक भी नहीं था।

चालक के पास 16 विद्यार्थियों को बैठाया हुआ था

यातायात पुलिस ने तोशाम मार्ग स्थित सेंट मैरी स्कूल की दो बसों की पड़ताल की। दोनों बसों के चालक न तो सीट बेल्ट पहने हुए थे और न ही वर्दी में थे। बसों के कैमरे बंद पड़े थे। एक बस के अंदर करीब 50 विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता थी, लेकिन 75 विद्यार्थियों को बैठाया हुआ था। बस चालक की सीट के पास अगले हिस्से में टेबल लगाकर 16 विद्यार्थियों को बैठाया हुआ था। दूसरी बस में तो सहायक भी नहीं था।

सरकारी अवकाश के दिन खोले निजी स्कूल

हांसी की ताजा खबर। वीरवार को ईद-उल-फितर का सरकारी अवकाश होने के बावजूद इलाके में अधिकतर स्कूल खुले नजर आए। सूचना मिलते ही बीईओ ने स्कूलों में छापे मारे। कार्रवाई की सूचना मिलते ही स्कूल संचालकों ने आनन-फानन में बच्चों की छुट्टी कर दी।

वहीं एक निजी स्कूल का भी खंड शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण किया और छुट्टी वाले दिन स्कूल खुले होने का कारण पूछा तो स्कूल प्राचार्य ने कहा कि दाखिले के लिए स्कूल खोला था और कुछ बच्चों को ही बुलाया गया था। उन्होंने हांसी में खंड शिक्षा अधिकारी ने मारा स्कूलों में छापा सरकारी अवकाश के दिन जो स्कूल खुले मिले उन पर कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में स्कूल संचालकों को नियमों की पालना की सख्त हिदायत दी गई है। अगर अवहेलना पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। – सत्यपाल, खंड शिक्षा अधिकारी।

खंड शिक्षा अधिकारी को आश्वासन दिया कि आगे से छुट्टी वाले दिन स्कूल बंद रहेगा। 

स्कूल बस में ये मानक जरूरी

■ स्कूल के वाहन का रंग पीला होना चाहिए। उसके चारों और 254 मिली मीटर गहरे नीले रंग की पट्टी होनी चाहिएं।

■ वाहन के आगे और पीछे सफेद रंग और दोनों साइडों में लाल रंग की रिफ्लेक्टर टेप लगी होनी चाहिए।

■ स्कूल वाहन चालक के पास बसों के सभी दस्तावेज पूरे होने चाहिए।

■ स्कूल वाहन में पूरी तरह प्रशिक्षित महिला सहायिका होनी आवश्यक है।

■ स्कूल वाहन में फस्ट एड

बॉक्स और अग्निशमन यंत्र होना चाहिए।

■ स्कूल वाहन के चालक और परिचालक की वर्दी पर नेम प्लेट होनी चाहिए, उस पर लाइसेंस नंबर भी अंकित होना चाहिए।

■ कोई भी स्कूल वाहन अपने बैठने की क्षमता के 1.5 गुना से अधिक बच्चों को नहीं बैठाएगा।

■ स्कूल वाहन में कैमरे लगे होने चाहिए।

■ स्कूल वाहनों पर बाल सहायता नंबर 1098 लिखा होना चाहिए।

समय-समय पर अभियान चलाकर स्कूली वाहनों को चेक किया जाता है। कमी मिलने पर चालान भी काटे जाते हैं। कुछ माह पहले भी 139 स्कूलों में जाकर 1200 बसों की चेकिंग की गई थी। बसों में मिली कमियों को दुरुस्त भी कराया गया था। इसके संबंध में समय- समय पर जिला शिक्षा अधिकारी को भी पत्र भेजा जाता है। चेकिंग के दौरान स्कूल के वाहनों में कोई कमी मिलती है तो उसका चालान किया जाएगा। साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी। मंदीप सांगवान, मोटर व्हीकल अधिकारी, आरटीए।

आज मैंने अपनी टीम के साथ 6 स्कूलों का निरीक्षण किया था। जिसमें चार स्कूल खुले मिले। इसके अलावा कुछ स्कूल बसों को भी चेक किया। इन सभी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के तहत जिला स्तर, उपमंडल स्तर की कमेटियां पहले से ही बनी हुई हैं। यह कमेटी जांच अभियान चलाएंगी। जिन स्कूल वाहनों में खामी मिलेगी उसे पर कार्रवाई की जाएगी। – प्रदीप नरवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, हिसार

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