Uchana constituency which gave Haryana CM and Deputy CM, even today villagers of Surbara village of Uchana constituency are yearning for facilities
KPS Haryana News :
जींद जिले के उचाना हल्के ने हरियाणा प्रदेश को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिए हैं। उसके बावजूद भी उचाना हल्के के गांव सुरबरा की वर्तमान स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। लगभग 20,000 की आबादी वाला यह गांव कई मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है। पेयजल आपूर्ति की समस्या, शिक्षा के लिए बाहरी शहरों पर निर्भरता और खेल सुविधाओं का अभाव यहां के निवासियों की बड़ी समस्याओं में शामिल हैं।
जगह-जगह लीक पाइपलाइन से सुरबरा गांव में गंदे पानी की आपूर्ति
गांव सुरबरा में पेयजल आपूर्ति पाइपलाइन जगह-जगह लीक हो चुकी है, जिससे यहां के लोगों को गंदा पानी पीना पड़ता है। पाइपलाइन के लीकेज के कारण इससे ग्रामीणों को बीमारियों का खतरा बना रहता है, क्योंकि दूषित पेयजल से संक्रामक रोगों का खतरा अधिक होता है। गांव में पानी की सप्लाई 3 दिन के इंतजार करने के बाद पानी मिलता है।
इस समस्या के कारण ग्रामीणों को शुद्ध पानी लाने के लिए 2-2 किलोमीटर दूर तक जाना पड़ता है। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह एक कठिन काम है। सरकार द्वारा जल जीवन मिशन और अन्य योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन इस गांव में अभी तक इनका प्रभाव नहीं दिख रहा है।
सुरबरा गांव में उच्च शिक्षा के लिए स्कूल नहीं
गांव में शिक्षा व्यवस्था भी काफी कमजोर है। गांव में केवल दसवीं तक का स्कूल है, जिसके कारण बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए 15 किलोमीटर दूर नरवाना जाना पड़ता है। यह एक बड़ी समस्या है, क्योंकि सभी बच्चों के पास आने जाने के लिए उचित साधन नहीं होते। गांव में एक अच्छे इंटरमीडिएट मांग लंबे स्कूल या कालेज की मांग लब समय जा है, बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और उन्हें अपने गांव से बाहर न जाना पड़े। कई बार छात्र-छात्राओं को लंबी दूरी
तय करने की वजह से पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। स्कूल की स्थिति भी दयनीय है। स्कूल की दीवार के पास गंदे पानी का जमावड़ा बना रहता है, जिससे छात्रों के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता की व्यवस्था भी यहां गंभीर चिंता का विषय है।
खेल स्टेडियम की सुविधा नहीं, युवा पीढ़ी के लिए कोई अवसर नहीं
उचाना हल्के के गांव सुरबरा के युवाओं के लिए खेल की कोई उचित सुविधा नहीं है। यहां कोई खेल स्टेडियम नहीं है, जिससे बच्चों और युवाओं को खेल-कूद में भाग लेने का अवसर नहीं मिलता। आज के समय में जब सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, तब भी इस गांव के युवा खेल सुविधाओं से वंचित हैं। यदि यहां एक अच्छा खेल स्टेडियम बनाया जाए, तो गांव के युवा विभिन्न खेलों में भाग लेकर अपने भविष्य को संवार सकते हैं।
गांव का ऐतिहासिक महत्व
गांव सुरबरा का इतिहास भी बहुत गौरवशाली है। करीब 500 साल पहले सिद्ध पुरुष बाबा पिरांची गिरी जी ने इस गांव की स्थापना की थी। बाबा पिरांची गिरी जी की आध्यात्मिक शक्ति और योगदान के कारण गांव में उनका विशेष स्थान है। हर साल दिसम्बर के महीने में बाबा जी के मंदिर में एक विशाल भंडारा आयोजित किया जाता है। इस भंडारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं और बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह आयोजन गांव के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है।
सरकार और प्रशासन से मांग : मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जाए
गांव सुरबरा के लोग सरकार और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उनकी मूलभूत समस्याओं को हल किया जाए। लीक पाइपलाइनों की मुरम्मत कराकर स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जाए ।गांव में 12वीं तक का स्कूल या एक डिग्री कॉलेज खोला जाए। स्कूल और गांव के अन्य क्षेत्रों में जलभराव की समस्या को दूर किया जाए। गांव में खेल स्टेडियम बनाया जाए ताकि युवा खेलों में अपना भविष्य बना सकें। अगर प्रशासन इस ओर ध्यान देता है तो गांव की स्थिति में सुधार हो सकता है। सुरबरा के लोग सरकार से उम्मीद कर रहे हैं।
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