Program organized in the chhan village on the Shahidi Divas of Shahid Kisan Rammehar Nambardar
हरियाणा न्यूज / सुनील कोहाड़ ।
हिसार : किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए हिसार जिले के छान गांव के किसान राममेहर नंबरदार का गुरुवार को गांव की गौशाला में शहीदी दिवस मनाया गया। इस दौरान अनेक किसान नेताओं व ग्रामीणों ने शहीद किसान राममेहर नंबरदार के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
किसान नेताओं ने कहा कि शाहिद किस नंबरदार किसने ग्रामीणों की समस्याओं को उठाने वाला एक जागरूक किसान था। किसान राममेहर नंबरदार के जाने से ना कि उसके परिवार को हंसती हुई है बल्कि पूरे गांव में पूरे क्षेत्र की व किसान समाज के लिए भी एक बहुत बड़ी क्षति है। जिस समय किस आंदोलन चल रहा था उसे समय किसान राममेहर नंबरदार आसपास के गांव से दिल्ली के बॉर्डर पर तीन कल कृषि कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों के लिए राशन दूध सब्जी फल इत्यादि पहुंचने की व्यवस्था में लगे हुए थे। जिससे मैं उनकी शहादत हुई, उसे समय भी वह आंदोलन कर रहे किसानों के लिए राज सेंड दूध फल सब्जी इत्यादि से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर दिल्ली जा रहे थे तो रोहतक के गांव खरावड़ के पास दिल्ली हिसार नेशनल हाईवे पर सड़क हादसे में उनकी शहादत हो गई थी।
आपको बता दें कि शहीद किसान राममेहर नंबरदार एक साधारण किसान परिवार से संबंध रखते थे और वो एक मेहनती व जुझारू किसान होने के साथ साथ मिलनसार और दूसरों की दुःख तक्लीफ में हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने वालों में से एक थे। भले ही आज किसान राममेहर नंबरदार हमारे बीच नहीं हैं। परंतु उनके द्वारा समाज हित में किए गए कार्यों की वजह से वो अमर हो गए हैं। जब तक किसान कोम की बात आएगी तब तक राममेहर नंबरदार का नाम हमेशा जीवित रहेगा।
बाडोपट्टी टोल कमेटी के अध्यक्ष सरदानन्द राजली ने कहा कि शहीद राममेहर नंबरदार बहुत लडा़के किसान नेता थे वह किसान और मजदूर की लड़ाई बड़ी शिद्दत से लड़ते थे शहीद राममेहर सिंह नंबरदार मौके के सरपंच भी थे,उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे। छान गांव और उनका पूरा परिवार किसानी के मुद्दों पर आज भी संघर्षरत है आज शहीद राममेहर नम्बरदार के शहादत दिवश पर गांव छान में सेमिनार किया गया। छान गांव के किसानों ने कहा कि *शहीद राममेहर नंबरदार की यादगार व उनके बलिदान को याद रखने के लिए गांव के किसी मुख्य स्थान पर उनकी प्रतिमा लगाएंगे* ताकि आने वाली हमारी नस्लें उनसे प्रेरणा ले। ऐतिहासिक किसान आंदोलन में शहीद राममेहर नंबरदार ने जो शहादत दी उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी।
इस मौके पर उमेद चाहार, रामभगत श्योकंद, राजेंद्र सिंह, कैप्टन लाल दास, रामकरण श्योकंद, जोगेंद्र चाहार, अजीत फौजी, मदन फौजी, राजेंद्र, मेहरु सरपंच, रामविलास नंबरदार, दिलबाग श्योकंद, बारूराम, राजीव चाहार, संपूर्ण चाहार, चंद्र सिंह, नरेश भ्याण, सत्यवान खेदड़, मास्टर धूप सिंह भ्याण, बलजीत सिहाग, धर्मवीर नम्बरदार, सोनू पंघाल एंव बाडोपट्टी टोल कमेटी शामिल रही।
Share this content:
Discover more from HR Haryana News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.