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बच्चों की कहानियां, पुस्तक से ज्ञान का खजाना ! Children's stories, treasure of knowledge from the book

 

उदय मबताए

Children’s stories, treasure of knowledge from the book

नई दिल्लीः भारत मंडयम में चल रहे पुस्तक मेले में बच्चों के लिए बहुत कुछ खास है। अधिकतर बच्चों को कहानी की पुस्तकें पसंद आ रही हैं। इसलिए मां-पिता से बच्चे स्टोरी बुक दिलाने की जिद करते दिख रहे हैं। बच्चों की पुस्तकों के स्टाल पर अलग-अलग कहानियों की किताबें मिल रही हैं। इसके अलावा क्रास वर्ड, पजल, सुडोकू, कामिक्स में भी बच्चों की रुचि है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में बच्चे किताबें ले रहे हैं।

मंडपम के हाल नंबर तीन में संत निरंकरी प्रकाशन समूह बच्चों के लिए विशेष पुस्तक दे रहा है। कहानी की जुबानी, संस्कारी बच्चे, बच्चे और उनका विकास पुस्तकें पसंद की जा रही हैं। बच्चों को पुस्तकें दिखा रहीं करुणा ने बताया कि बच्चों को कहानियां पढ़ना अधिक पसंद हैं, लेकिन उन्हें मौलिक शिक्षा देने के लिए पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए मासिक पत्रिका हंसती दुनिया निकालते हैं, जिसके संस्करण मेले में लाए गए हैं। वे पत्रिका का आनलाइन सब्क्रिप्यान भी दे रहे हैं।

एक अन्य प्रकाशक गुडविल प्रकाशन के यहां उसने वाले बच्चे क्राफ्ट और क्रोस वर्ड में रुचि दिखा रहे हैं। यहां चिप्पी रिटर्न द मनी, एनिमल टेल्स, जंगल बुक जैसी कहानियां उन्हें खूब पसंद आ रही हैं। यहां रचनात्मकता बढ़ाने के लिए मेले में खूब पुस्तकें हैं। छोटे बच्चों के लिए वर्ड स्पीच, रेडी टू राइट जैसी पुस्तके भी खूब पसंद की जा ही हैं। इसके अलावा पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें भी छात्र खरीद रहे हैं। गुडविल प्रकाशन के निखिल ने कहा कि अभी मेला शुरू हुए दो दिन हुए हैं। इसलिए प्रतिक्रिया का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। हर साल की तरह इस वर्ष भी अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि स्क्रीन टाइम को लेकर तेज हुई बहस के बाद मां-पिता का जोर किताब खरीदकर बच्चों को पढ़ाने पर अधिक है। कोई सीधे बच्चों को टेबलेट देना नहीं चाहता। अगले दो से तीन सालों के बाद बच्चों में आनलाइन पढ़ाई का चलन कम हो जाएगा। अपने पिता के साथ मेले में आईं यशी ने बताया कि उन्हें कहानी की किताबें पसंद हैं। वह ज्ञानवर्धक कहानियां पढ़ना पसंद करती हैं। यशी के पिता आनंद ने करय कि किताबें पढ़‌ने में बच्चों की रुचि स्वतः होती है। आनलाइन पढ़ाई का चलन है, लेकिन किताब से पढ़ना बच्चों के लिए बहुत लाभकारी है। इसलिए बच्चों को पुस्तक मेला लेकर आया हूं।

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