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परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पावन अवतार दिवस: मानवता सेवा और आध्यात्मिकता का महापर्व

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The holy incarnation day of the Supreme Father Shah Satnam Singh Ji Maharaj

डेरा सच्चा सौदा, सिरसा के इतिहास में 25 जनवरी  का विशेष महत्व है। क्योंकि 25 जनवरी को डेरा सच्चा सौदा के दूसरे गुरु परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का जन्मदिवस है। हर वर्ष उनके अनुयाई उनके पवन अवतार दिवस को बड़ी धूमधाम के साथ मनाते हैं। इस दिन उनके भक्त हरियाणा पंजाब के अलावा देश विदेश से भी बड़ी संख्या में शिरकत करते हैं।

परम पूजनीय शाह सतनाम सिंह जी महाराज के पावन अवतार दिवस के उपलक्ष्य में हर वर्ष बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ एमएसजी भंडारे का आयोजन किया जाता है। इस दिन को डेरा सच्चा सौदा के अनुयाई विशेष त्योहार के रूप में मनाते आ रहे हैं। क्योंकि यह उस महान आत्मा का जन्मदिवस है, जिन्होंने मानवता की सेवा और आध्यात्मिक जागृति के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज उनके मार्गदर्शन में करोड़ों की संख्या में लोग अपने जीवन को बुरी आदतों से निजात दिला चुके हैं।

आयोजन की विशेषताएँ:

  1. सत्संग और प्रवचन:
    इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के द्वारा दिए जाने वाले सत्संग और प्रवचन का विशेष आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुड़ते हैं। लेकिन इस बार डेरा सच्चा सौदा प्रमुख डॉक्टर संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां इस भंडारे से दूर रह सकते हैं क्योंकि वह इन दोनों रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है और उन्हें पैरोल नहीं मिली है।
  2. सामूहिक मानवता सेवा:
    डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी इस दिन रक्तदान शिविर, जरूरतमंदों को सहायता, गरीबों को भोजन वितरण, सामूहिक विवाह, और अन्य सामाजिक कार्यों में भाग लेते हैं। रक्तदान करने सहित बड़ी संख्या में विवाह समारोह और मानवता भलाई सेवा के अनेक रिकार्ड आज भी डेरा सच्चा सौदा के नाम दर्ज हैं।
  3. विशाल लंगर:
    एमएसजी भंडारे के दौरान विशाल लंगर का आयोजन किया जाता है, जहां सभी जाति-धर्म के लोग एक साथ भोजन करते हैं, जो समानता और भाईचारे का संदेश देता है। यहां पर आने वाले संगत को चांद ही मिनट में लंगर प्रसाद वितरित किया जाता है जो कि अपने आप में एक बड़ी मिसाल है।
  4. सांस्कृतिक कार्यक्रम:
    भजन, कीर्तन और आध्यात्मिक गीतों के माध्यम से श्रद्धालु गुरु महाराज को अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। इस दौरान हरियाणवी, पंजाबी, राजस्थानी भाषा सहित देश व विदेश की अलग-अलग भाषाओं के माध्यम से लोग अपने सतगुरु की महिमा का गुणगान करते हैं।
  5. नए सामाजिक अभियानों की शुरुआत:
    इस अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के नए सामाजिक और मानवता सेवा अभियानों की शुरुआत भी करता आ रहा है। वो चाहे वैश्यावृत्ति की दलदल में फंसी लड़कियों को समाज के मुख्य धारा से जोड़कर उनका विवाह करना हो या फिर किसी गरीब जरूरतमंद की सहायता करना हो।

अनुयायियों की श्रद्धा

श्रद्धालु इस दिन को एक उत्सव के रूप में मनाते हैं और बड़ी संख्या में डेरा सच्चा सौदा सिरसा में एकत्रित होकर सेवा, भक्ति और मानवता की मिसाल पेश करते हैं। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए जाते हैं, जैसे कि आवास, भोजन, और परिवहन सुविधाएँ।

संदेश

यह दिन सभी को प्रेम, करुणा, और मानवता की सेवा के प्रति प्रेरित करता है। शाह सतनाम सिंह जी महाराज का जीवन और उनके उपदेश दुनिया के लिए प्रेरणादायक हैं। उनके बताए गए मार्ग पर चलकर अनुयायी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं।

“धर्म वह है, जो मानवता की सेवा करे और सबको जोड़ने का संदेश दे।”

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