Fire broke out in village Petwar of Narnaund area, case registered against couple for setting fire and attempting to burn
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प्रदीप के खेत में लगी आग। |
हरियाणा न्यूज/नारनौंद: नारनौंद क्षेत्र के गांव पेटवाड़ के एक किसान के खेत में बने मकान में अज्ञात परिस्थितियों में आग लग गई। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसके खेत के पड़ौसी ने उसकी 20 एकड़ की तुड़ी (गेहूं का भूसा) में आग लगा दी और उसको भी आम में जलाकर मारने का आरोप लगाया गया है। नारनौंद पुलिस ने पीड़ित किसान की शिकायत पर दंपति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नारनौंद थाने में दी शिकायत में पेटवाड़ निवासी प्रदीप ने बताया कि वो खेती बाड़ी का कार्य करता है और वो अपने खेत में ज्वार की रखवाली के लिए हर रोज खेत में बने कमरे में सोता है। प्रदीप ने बताया कि कमरे के साथ में तुड़ी के लिए भी जगह बनाई हुई है और उस मकान में करीब 20 एकड़ की तुड़ी भरी हुई थी। रात को करीब 9 बजकर 45 मिनट पर उसके खेत के पड़ौसी नरेश व बबीता ने तुड़ी में तेल का छिडक़ाव कर आग लगा दी और जिस कमरे में सोया हुआ था उसके गेट के बाहर से कुंडी लगा दी। ताकि तुड़ी के साथ लगी आग में मैं भी साथ में जलकर मर जाऊं।
प्रदीप ने बताया कि धुएं से दम घुटने के कारण उसकी नींद खुल गई तो वो बाहर आने लगा तो दरवाजा बाहर से बंद होने के कारण नहीं खुल पाया। तो उसने अंदर रखे रूंबे से दरवाजा तोड़ा और बाहर आकर रूका पुकार की। जिससे आसपास के लोग वहां पर पहुंच गए। उसने इसकी सूचना डॉयल 112 पुलिस टीम को दी तो फायर बिग्रेड की गाड़ी व पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
प्रदीप ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसने आग की रोशनी और चांद की रोशनी में नरेश व बबीता को अपने खेत की तरफ भागते हुए देख लिया और पहचान लिया। प्रदीप का आरोप है कि नरेश व नरेश की पत्नी बबीता पिछले तीन चार सालों से इसी तरह उसे व उसके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की साजिशें रचते रहते हैं।
नारनौंद पुलिस ने प्रदीप की शिकायत पर करीब 20 दिन बाद आखिरकार मामला दर्ज कर ही लिया। शिकायत के बावजूद इतने दिन बाद मामला दर्ज करना कहीं ना कहीं पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठता है। मोहित प्रदीप ने जो आरोप लगाए हैं क्या पुलिस उनकी निष्पक्ष तरीके से जांच कर पाएगी। वही प्रदीप के बयानों में भी कितनी सच्चाई है इसका भी पुलिस जांच में ही खुलासा हो सकता है। हालांकि यह जरूर है कि नरेश और प्रदीप के बीच पिछले काफी समय से आपसी रंजिश चली आ रही है।
एफआईआर के अंश
प्रदीप पुत्र राजेन्द्र निवासी गांव पेटवाड, तहसील नारनौंद का रहने वाला है और अमन पसंद नागरिक है यह कि नरेश पुत्र टेकराम व बबीता पत्नी नरेश दोनों दोषीगण मेरे खेत के पड़ौसी है व खेत में ही रिहायश की हुई है और बड़े खूंखार व खतरनाक है। जिन्होनें मेरे खिलाफ नाजायज गिरोह बनाया हुआ है। जिन्होनें मुझे आर्थिक व शारिरिक रूप से प्रताडऩा देते रहते हैं।
यह कि दिनांक 23.05.2024 को मैं अपने खेत में बने हुएँ मकान में सो रहा था, जो कि अवारा पशुओं से जवार की रखवाली के लिये सोता हूं व साथ वाले कमरों में तकरीबन 20 एकड़ की तूड़ी डाली हुई थी, जिसमें समय करीब 09:45 बजे रात को दोनों दोषीगण ने तेल छिडक़कर आग लगा दी व जिस कमरे में मैं सोया हुआ था, उस कमरे की कुंडी लगा दी ताकि मैं जलकर बुरी मौत मरू। जब मुझे धुएँ की घुटन महसूस हुई तो मैनें कमरे का दरवाजा खोलने की कौशिश की लेकिन कमरे का दरवाजा बाहर से बन्द था। जिस पर मैं फाली/रूंबा से बड़ी मुश्किल से गेट तोडक़र बाहर निकला अन्यथा दम घुटने की वजह से मैं मर सकता था। बाहर निकलते ही रूका पुकार की, जिस पर अड़ौसी-पड़ोसी आ गये, फिर मैनें मोबाईल नं0 89306-90942 से 10:05 पीएम पर डायल 112 किया जिस पर 112 वालों ने फायर ब्रिगेड की मद्द से बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया। 4. यह कि प्रार्थी कुंडा तोडक़र जब बाहर निकला तो उपरोक्त दोनों दोषीगण भागते हुऐ अपने खेत की ओर जा रहे थे, जिनकी मैनें आग की रोशनी व चांद की रोशनी में पहचान की। 5. यह कि उपरोक्त दोनों दोषीगण तकरीबन तीन-चाल साल से मेरे पीछे लगे हुऐ है व अलग-अलग तरीकों से मुझे आर्थिक नुक्सान पहुंचातें हैं, जिस बाबत दिनांक 10.05.2020 को उपरोक्त दोनों दोषीगण ने मेरे मकान पर आग लगाई थी, इसी तरह दिनांक 10.12.2020 को मेरे खेत में रखें धान में आग लगा दी थी और दिनांक 19.03.2023 को मेरे ट्यूब्वैल के पाईप जो ट्राली पर रखें हुएँ थे व साथ लगतें बिटौडें में आग लगा दी थी व दिनांक 26.05.2023 को जबरदस्ती ट्रैक्टर के साथ मेरे खेत में रखें हुऐं ऐरो व रोटावेटर की चौरी करके ले गये थे, उस समय की सी.सी.टी.वी. फुटेज प्रार्थी के पास सुरक्षित है। 6. यह कि दोषीगण मेरे साथ द्वेष भावना रखतें है और मुझे आर्थिक नुक्सान पहुंचाने की गर्ज से व मुझे आगजनी कर जलाने की नीयत से यह कृत्य किया है, जो कि दोषीगण भविष्य में भी प्रार्थी को जानमाल का नुक्सान पहुंचा सकते हैं। दोषीगण के हौसले बुलन्द है क्योकि प्रार्थी की पिछली दरखास्तों पर आज तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना की गई और जिस कारण दोषीगण कानून से बेखौफ होकर खुलेआम प्रार्थी की प्रोपर्टी पर लगातार आगजनी कर रहें है, जो कि कार्यवाही के योग्य है। 7. यह कि दरखास्त डायरी नं0 841-पीयू दिनांक 03.06.2023 व 39-डीएसपी नारनौंद दिनांक 19.06.2023 की प्रतियां साथ लफ है। वा 1449-क्क-ष्ठञ्ज. 21-8-23 लफ है। अत: जनाब से प्रार्थना है कि दोषीगण के खिलाफ जलाकर मारने की नीयत से आग लगाने बारे व 20 एकड़ तुड़ी व कौठा को आगजनी करके आर्थिक नुक्सान पहुंचाने पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जावे, ताकि भविष्य में दोषीगण प्रार्थी के साथ अनहोनी घटना ना कर सकें।
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