Sensing the attitude of farmers, Agriculture Minister apologized for the controversial statement.
किसान का बेटा हूं किसान के बारे में बुरा नहीं सोच सकता: दलाल
हरियाणा न्यूज हिसार : किसान आंदोलन के समय से ही हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने किसानों पर कटाक्ष करते हुए विवादित बयान देकर किसानों के गुस्से को अपने व भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर कर दिया है।
कृषि मंत्री जेपी दलाल अपने इलाके में बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं तो किसानों ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लेकिन उससे पहले कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने किसानों पर दिए विवादित बयान पर माफी मांग ली है।
शनिवार को हकृवि में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती आयोजित कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो, मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। मैं किसान परिवार से हूं, किसान का बेटा हूं, किसान के बारे में बुरा नहीं सोच सकता। किसान की भलाई के लिए कलम चलाता हूं। मैं बार-बार कहता हूं कि कोई गलत अर्थ निकालकर बुरा मानता है तो मैं बार-बार माफी माफी मांगने को तैयार हूं। किसान के बारे मैं, मेरा परिवार, मेरी सोच कभी गलत नहीं हो सकता। किसी भाई को इससे दुख पहुंचा हो तो मैं उस भाई से फिर माफी मांगता हूं।
पशु एंबुलेंस सेवा से जुड़े सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा पहला ऐसा राज्य होगा जहां पशु एम्बुलेंस शुरू करने जा रहा है इसके लिए 70 एंबुलेंस को तैयार कर लिया गया है। कॉल सेंटर भी तैयार किए गए हैं। पशुपालकों के लिए एक नंबर टोल फ्री जारी किया जाएगा जिसके माध्यम से पशु एंबुलेंस की सेवा का लाभ उठा सकते हैं। एक कॉल के माध्यम से एम्बुलेंस के साथ डॉक्टर भी पशुपालकों के घर पहुंचेगा।
क्या कहा था कृषि मंत्री जेपी दलाल ने
फल-सब्जियों पर मार्केट फीस बढ़ाने से जुड़े सवाल पर कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि फल और सब्जी व्यापारी उनके पास आए थे। उन्होंने कहा था कि इंस्पेक्टरी राज से उन्हें मुक्ति दिलाओ उनसे विचार विमर्श करके ही मार्केट फीस का इजाफा किया था। अब कुछ लोग कह रहे हैं कि यह उचित नहीं है। सरकार व्यापारियों से बातचीत करके कोई रास्ता निकाला जाएगा।
गौरतलब है कि कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसानों पर जुबानी वार करते हुए कहा था कि जिन लोगों की घरवाली नहीं सुनती उन लोगों ने किसानों का ठेका ले रखा है और वो किसानों को भड़काने में लगे हुए हैं। में सब जानता हूं कि किसी पर 5 तो किसी पर 2-2 मामले दर्ज हैं।
क्या कहते हैं किसान नेता रवि आजाद
किसानों के डर के कारण जेपी दलाल ने ले ली चौधरी चरण सिंह और मुख्यमंत्री की आड़। विरोध तो है और रहेगा लेकिन साजिश व षड्यंत्र से बचने के लिए बदला है विरोध का तरीका।अपना शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराने के लिए सभी कल 24 दिसंबर पहुंचे ओबरा।
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