आंगनवाड़ी केंद्रों पर नहीं है राशन सामग्री, निरीक्षण के दौरान बनाया जाता है स्पेशल खाना, नौनिहालों को मिल रहा सिर्फ गेहूं व चावल, कटे बिजली कनैक्शन

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There is no ration material at Anganwadi centres, special food is prepared during inspection

 बिजली बिल नहीं भरने से आधे से ज्यादा आंगनवाड़ी कम प्ले स्कूलों का कटा बिजली कनेक्शन

Screenshot_2024_0330_194358 आंगनवाड़ी केंद्रों पर नहीं है राशन सामग्री, निरीक्षण के दौरान बनाया जाता है स्पेशल खाना, नौनिहालों को मिल रहा सिर्फ गेहूं व चावल, कटे बिजली कनैक्शन


हरियाणा न्यूज टूडे / रवि कुमार

आज की ताजा खबर: बिजली निगम ने बिजली का बिल न भरने के चलते आधे से ज्यादा आंगनवाड़ी कम प्ले स्कूलों का बिजली का कनेक्शन काट दिया है। जिसके कारण नौनिहालों को गर्मी के मौसम में भी बिना किसी लाइट व पंखे के क ख ग सीखना पड़ रहा है। वहीं जिले के एक हजार आंगनवाड़ी केंद्रों और इनमें से 198 प्ले स्कूलों में पोषण के नाम पर बच्चों को सिर्फ गेहूं और चावल ही खिलाया जा रहा है।

30sirsa01 आंगनवाड़ी केंद्रों पर नहीं है राशन सामग्री, निरीक्षण के दौरान बनाया जाता है स्पेशल खाना, नौनिहालों को मिल रहा सिर्फ गेहूं व चावल, कटे बिजली कनैक्शन
बिजली कनैक्शन काटने को लेकर अधिकारी कार्यालय पहुंची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता।


महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला के 198 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल बनाया गया है लेकिन इन प्ले स्कूलों में विभाग तीन साल बाद भी मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पाया है। जिसका खामियाजा नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। प्ले स्कूलों में बच्चे गर्मी में बिना किसी पंखे और लाइट के पढऩे को मजबूर है। विभाग की ओर से पिछले 5 महीनों से बिजली का बिल नहीं भरा जा रहा है। जिसके कारण बिजली विभाग ने 198 प्ले स्कूलों में से करीब 80 प्ले स्कूलों का बिजली का कनेक्शन काट दिया है। वहीं जिल में 200 से ज्यादा ऐसी आंगनवाड़ी है। जिसमें बिजली कनेक्शन ही नहीं है। वहीं जिस आंगनवाड़ी में बिजली का कनेक्शन लगा हुआ है उसका विभाग बिल नहीं भर रही है।


अधिकारियों के निरीक्षण पर स्पेशल बनवाया जाता है खाना:

उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दर्शना की ओर से केंद्रों पर राशन न होने के बाद भी विशेष खाना बनवाया जाता है। ताकि कोई भी अधिकारी केंद्रों पर किसी प्रकार की कोई कमी न निकाल दें। वहीं आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं का कहना है कि ऐसे में राशन बनाने के पैसे भी विभाग के अधिकारी वहन नहीं करती है। वो भी कार्यकतार्ओं से ही लिया जाता है।


दो महीने से नहीं आई वर्कर्स की सेलेरी:

आंगनवाड़ी वर्कर्र्स व एसोसिएशन की सचिव सुरेश कुमारी, कोषाध्यक्ष माया देवी, नीलम मेहता ने बताया कि पूरे जिला में किसी भी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को पिछले दो महीने से सेलेरी नहीं मिली है। जबकि पूरे हरियाणा में सबको सेलेरी मिल चुकी है। सिरसा की सीडीपीओ सुदेश पिछले दो महीने से छुट्टी पर चल रही है। जो बिलो पर साइन नहीं करके गई है। जिसके कारण किसी की भी सेलेरी नहीं दी गई है। वहीं अगर 31 मार्च तक हमें सेलेरी नहीं दी जाती है तो सबका पैसा वापिस चला जाएगा। लेकिन विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं है। शुक्रवार को सभी वर्कर विभाग अधिकारी डॉ. दर्शना से मिलने के लिए गई थी लेकिन पूरा दिन इंतजार करने के बाद अधिकारी विभाग में पहुंची ही नहीं।


तीन सालों से नहीं आया ईंधन चार्ज:
आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं ने बताया कि विभाग की ओर से पिछले 3 सालों से ईंधन चार्ज नहीं आया है। जिसमें सेलेंडर का पैसा, गेहूं पिसवाई का पैसा नहीं आ रहा है। पिछले तीन सालों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व हैल्पर अपनी तरफ से पैसे इक्_ा करके सेलेंडर और गेहूं पिसवाई करवा रही है। वहीं पिछले एक साल से जिला में किसी भी आंगनबवाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोद भराई नहीं हुई है। क्योंकि विभाग की ओर से पिछले एक साल से गोद भराई का पैसा ही नहीं दिया गया है। वहीं कुछ एक दो जगहों पर विभागीय अधिकारी स्वयं जाकर फोटो खिंचवाने के चक्कर में करवाकर आती है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं व हेल्पर्स की पिछले दो महीने से सेलेरी नहीं दी गई है। वहीं केंद्रों पर राशन बनाने के लिए कुछ सामान नहीं है। जिसके चलते नौनिहालों को सिर्फ नमक युक्त खाना ही खिलाना पड़ रहा है। वहीं पीओ की ओर से लगातार दवाब बनाया जा रहा है कि खाना बनाओ लेकिन सामान है ही नहीं।- मनप्रीत कौर, प्रधान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सिरसा।

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