Intercaste marriage case: sasur dies due to shock of shopkeepers being sent to jail
दामाद को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद सदमे में हुई ससुर की मौत
फतेहाबाद जिले के भूना क्षेत्र के गांव ढाणी भोजराज में अंतर्जातीय विवाह प्रकरण में 3 दुकानदारों पर प्रशासन की गाज गिरने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे दुकानदार रोहताश मित्तल के ससुर की सदमे से मौत हो गई। वहीं पत्नी प्रिया बेहोशी की हालत में होने के कारण अस्पताल में एडमिट है। परिवार के एक मात्र सहारा रोहताश की गिरफ्तारी व न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उसके परिवार के समक्ष कई तरह की मुसीबतें आन खड़ी हुई है।
परिवार का पालन-पोषण रोहताश के जिम्मे ही था तथा वह गांव में घर के बाहर ही छोटी सी दुकान करके अपने बच्चों का निर्वहन कर रहा था। उसके जेल जाने के बाद जहां उसकी दुकान पर ताला लटक गया है, वहीं उसके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट भी आन खड़ा हो गया है। पत्नी के अस्पताल में दाखिल होने पर खर्चा अलग से हो रहा है। परिजनों व अन्य रिश्तेदारों को उसकी सुध लेने पर समय व पैसा दोनों खर्च करने पड़ रहे हैं।
रोहताश की बेटी सोनिया व बेटे दीपक तथा अन्य परिजनों ने बताया कि जैसे ही उनके भूना निवासी नाना मदन लाल बंसल को अपने दामाद की गिरफ्तारी व जेल भेजे जाने की सूचना मिली तो उन्हें गहरा सदमा लगा और उनकी मौत हो गई। परिवार का कहना था कि उक्त मामले से रोहताश व दोनों अन्य दुकानदारों का कोई लेना-देना नहीं है। प्रशासन ने उन्हें व्यर्थ में मोहरा बनाया है क्योंकि उन्हें गांव के चौंकीदार ने कहा था पंचायत का फैसला है कि लड़के के पिता व उसके परिवार को दुकानदार सामान नहीं देंगें।
निर्णय का उल्लंघन करने पर 21,000 रुपए का जुर्माना अदा करना पड़ेगा। चौंकीदार को पुलिस ने छोड़ दिया लेकिन उनके पिता व दोनों अन्य दुकानदारों को निशाना बना लिया गया। उन्होंने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है कि दुकानदारों को तुरंत प्रभाव से रिहा किया जाए तथा उनके विरुद्ध दर्ज एफ. आई. आर. को रद्द किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर उनकी बात पर कोई गौर नहीं की गई तो उनके परिवार पर बड़ा पहाड़ गिर सकता है, जिसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन पर होगी। दूसरी तरफ गांव की महिलाओं ने भी दुकानदारों को निशाना बनाए जाने पर आपत्ति दर्ज करवाई तथा कहा कि गांव में न तो किसी का बहिष्कार किया गया है और न ही किसी को कोई धमकी दी गई है।
ग्रामीणों ने भी पंचायत करके जताया रोष तीनों दुकानदारों की गिरफ्तारी व उन्हें जेल भेजे जाने के विरोध में ढाणी भोजराज के ग्रामीणों ने गांव के मेन चौंक में एक पंचायत का आयोजन करके पुलिस प्रशासन की कार्रवाई के प्रति रोष जताया। पंचायत की अध्यक्षता गांव के एस.सी. नंबरदार सतबीर सिंह ने की, जबकि संचालन एडवोकेट अजय झाझड़ा ने किया। पंचायत को संबोधित करते हुए एडवोकेट अजय झाझड़ा ने कहा कि जिला हिसार के गांव भोजराज से आए 36 बिरादरी के लोगों ने ढाणी भोजराज गांव बसाया था और अस्तित्व के बाद से 36 बिरादरी के लोग आपसी सद्भाव व भाईचारे के साथ गांव में रह रहे हैं।
गांव में सभी समाजों के लोगों का भाईचारा है। गांव में किसी प्रकार का जातीय भेदभाव नहीं है। सभी एक-दूसरे की बहु-बेटी को अपनी बहु-बेटी के समान मानते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, लेकिन जब 2 बच्चों ने परंपरा को तोड़ा तो गांव की परंपरा को बचाने के प्रयास पंचायती तौर पर शुरू किए गए।
गांव के सरपंच व नंबरदार जोकि एस.सी. समाज से हैं, भी पंचायत में शामिल हुए और उन्होंने भी ग्रामीण परंपरा को बचाने पर अपनी सहमति जताई। लड़के के पिता साधुराम भी पंचायत में मौजूद थे। पंचायत में बच्चों को समझाने की बात चली। इस दौरान कुछ ऐसे बे-बुद्धि लोग भी मौजूद थे, जिन्हें कानून के बारे में ज्ञान नहीं।
कुछ असामाजिक तत्वों ने एक अफवाह फैला दी कि लड़के के परिवार का बहिष्कार कर दिया है और उसके परिवार को सामान देने या किसी प्रकार का संबंध रखने पर जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है। यह बात दुकानदारों तक भी पहुंचा दी गई। किसी भी दुकानदार की न तो किसी प्रकार की गलत मानसिकता थी और न ही ऐसी कोई भावना थी, जिससे किसी को ठेस पहुंचे। इसके बाद 15-16 फरवरी को कुछ बाहरी लोगों ने गांव का माहौल खराब करने के लिए एक भ्रम फैला दिया।
प्रशासन को ऐसे संगठनों व लोगों पर नकेल कसनी चाहिए। पंचायत में मौजूद एस.सी. समाज के नंबरदार सतबीर सिंह, गुलाब गोदारा, रूप चंद, रोहताश, साधुराम, सतबीर धानक व दर्जनों अन्य ने कहा कि गांव में किसी के सामाजिक बहिष्कार जैसी कोई बात नहीं है। पूरा गांव आपसी सद्भाव से रह रहा है। यह सब बाहरी लोगों की करतूत है। ये लोग नहीं चाहते कि समाज में समरसता कायम रहे। ग्रामीणों ने एक स्वर से तीनों दुकानदारों को तत्काल प्रभाव से रिहा करने व उनके तथा अन्य ग्रामीणों के विरुद्ध दर्ज झूठी एफ.आई.आर. को निरस्त करने की मांग की है।
अतंर्जातीय मैरिज करने वाले युवक के घर तैनात हुआ पुलिस बल
प्रशासन ने अतंर्जातीय लव मैरिज करने वाले सचिन के घर पर ए.एस.आई. बुधराम के नेतृत्व में 7 सदस्यीय पुलिस गार्द तैनात कर दी है। ए.एस.आई. बुधराम ने बताया कि आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव में पूरी तरह से शांति है और किसी प्रकार का तनाव नहीं है। सारे ग्रामीण आपसी सद्भाव व आपसी भाईचारे की भावना से रह रहे हैं।
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